लखनऊ। मलिहाबाद के सरावां गांव में सोमवार की देर रात हथियारबंद डकैतों ने पूर्व प्रधान परमेश्वर 38 वर्षीय बेटे श्यामू को विरोध करने पर मौत की नींद सुला दिया। मंगलवार को पोस्मार्टम हाउस से शव मिलने के बाद मृतक के परिजनों व गांवा वालों का गुस्सा फूट पड़ा और हरदोई रोड पर शव रखकर जाम लगाकर करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। वे हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने के अलावा पांच लाख रूपए दिये जाने की मांग कर रहे थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीए व एएसपी ग्रामीण डॉ.सतीश कुमार ने नाराज ग्रामीणों को बदमाशों को जल्द पकड़ने तथा उन्हें दस हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे,लिहाजा अफसरों ने फिर उन्हें और बढ़ाकर मुआवजा दिये जाने का आश्वासन दिया तब जाकर शांत हुए।
तीन घंटे तक चला प्रदर्शन,यातायात रहा बाधित
काकोरी में डकैती और डकैती के दौरान प्रधान हरिशंकर यादव के बेटे अभिषेक उर्फ कोमल की हुई हत्या का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि सोमवार की रात मलिहाबाद के सरावां गांव व मुंशीगंज में पांच घरों धावा बोलकर डकैतों ने तांडव मचाकर नकदी व लाखों के जेवर लूट ले गए और विरोध करने पर सरावां निवासी पूर्व प्रधान परमेश्वर के बेटे श्यामू को बदमाशों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया था। यही नहीं मुंशीगंज निवासी रामअवतार, मायाराम व सागर के घर में धावा बोलकर बदमाशों ने पीट-पीटकर बुरी तरह से ज मी कर दिया।
पोस्टमार्टम हाउस से शव मिलने के बाद श्यामू के शव को लेकर गांव आये तो मानों सरावां व मुंशीगंज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और शव को हरदोई रोड पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामा बढऩे और वाहनों की लंबी कतार लगने की सूचना पाकर एसडीएम,एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार व सीओ मलिहाबाद सहित भारी मात्रा में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराने की कोशिश की,लेकिन वे डकैतों को जल्द गिर तार करने के साथ मृतक के परिवारीजनों को पांच लाख रूपए मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर अड़े रहे। एसडीएम उन्हें जैसे ही दस हजार रूपये दिये जाने को कहा तो उनका गुस्सा और फूट पड़ा और नारेबाजी शुरू कर दी। लिहाजा दोबार अफसरों ने उन्हें मुआवजा बढ़ाकर देने का आश्वासन दिया,लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। फिलहाल यह प्रदर्शन दोपहर दो बजे से लेकर पांच बजे के बाद तक चलता रहा और अधिकारी उन्हें मनाते रहे।
मौका दो खून का बदला खून होगा:एएसपी ग्रामीण
मौके पर पहुंचे एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार मृतक के परिजनों के विलाप व ग्रामीणों का गुस्सा देख थोड़ी देर के लिए उनके पांव ठिठके,लेकिन बोल पड़े कि घबराओ नहीं डकैत जल्द ही पकड़ लिए जायेंगे। उन्होंने पीडि़तों को आश्वासन देते हुए कहा कि जिस तरह डकैतों ने श्यामू की जान ली है उसी तरह बदमाशों को भी पुलिस मार गिरायेगी। लिहाजा खून का बदला खून मिलेगा। फिर भी ग्रामीण पुलिस पर भरोसा नहीं कर रही थी और यह आवाज लोगों की गूंज रही थी कि यह तो पुलिस की जुबान है कहती कुछ और है और करती कुछ और?
बताया गया कि श्यामू ने दो शादियां की थी। पहली पत्नी चंद्रावती थी,जो देवर पवन के साथ रहने लगी। इसके बाद श्यामू ने दूसरी शादी गीता से की थी। श्याम की पत्नी गीता के अलावा बेटी निहारिका, सचि व बेटा आयुष व साहिल हैं। पति की मौत के बाद जिस तरह से शव को लिपट कर गीता व उसके बच्चे विलाप कर रहे थे तो मानों वहां पर मौजूद हर श स अपने आप को रोक नहीं सका।
अपराध रोकने में पुलिस नाकाम: कौशल किशोर
राजधानी में सिलसिलेवार हो रही घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद कौशल किशोर पुलिस के प्रति खासा नाराज दिखे। कानून-व्यवस्था को न सुधार करने वाले पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हारिज कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिस वालों को पुलिस लाइन भेज देना चाहिए। कहा कि पुलिस सड़क पर खड़ी होकर अवैध वसूली करने में अधिक रूचि रखती है,लेकिन अपराधियों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही है। मलिहाबाद के सरावा में डकैतों की बर्बरता के शिकार हुए पूर्व प्रधान के बेटे श्यामू की मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे सांसद कौशल किशोर ने कहा कि जिस तरह से काकोरी के दो गांव और मलिहाबाद के सरावा में डकैतों ने प्रधान और पूर्व प्रधान के घरों को निशाना टारगेट बनाया है उससे लगता है कि बदमाशों के मुखबिर गांव में मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस को यह जरूर पता होता है कि क्षेत्र में कहां पेड़ों की कटान हो रही और कहां अवैध खनन हो रहा है। कौशल किशोर ने बताया कि उन्होंने सभी घटना स्थलों का दौरा किया है आज की घटना से ये लगता है कि प्रधानों के मकानों को पहले चिन्हित किया गया था उन्होंने कहा कि बदमाशों ने चैलेंज देकर घटना को अंजाम दिया और पुलिस कुछ नहीं कर सकी ये पुलिस के लिये शर्म की बात है।


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