लखनऊ। राजधानी के जानकीपुरम के सेक्टर जे निवासी ओमप्रकाश के बेटे स्वप्नित श्रीवास्तव (20) की हत्या वॉट्सएप ग्रुप में बहस के बाद की गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में एक युवक और चार नाबालिग को पकड़ा है। सीओ अलीगंज दीपक कुमार सिंह के मुताबिक पकड़े गए आरोपित, स्वप्नित के पूर्व परिचित थे। सभी ने साथ में पढ़ाई की थी। पुरानी दोस्ती के नाम से वॉट्सएप ग्रुप के जरिए सभी जुड़े भी थे।
सीओ अलीगंज ने बताया कि वॉट्सएप ग्रुप में कुछ दिन पहले एक युवती को एडमिन ने जोड़ा था। ग्रुप पर चैटिंग के दौरान किसी युवक ने युवती पर कुछ टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद वॉट्सएप ग्रुप में बहस शुरू हो गई थी। टिप्पणी को लेकर ग्रुप के सदस्य दो खेमे में बंट गए, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया था। मामले को शांत कराने के लिए ग्रुप में चर्चा हुई और फिर आरोपित सूरज और स्वप्नित के दोस्तों ने मिलकर समझौता करने का निर्णय किया था। बुधवार रात में स्वप्नित और उसके दोस्त अभय और सार्थक सेक्टर जे पहुंचे थे। सूरज भी अपने साथियों के साथ वहां आया था।
पुलिस के मुताबिक बातचीत के दौरान सूरज और उसके साथियों की अभय तथा सार्थक की बहस हो गई। देखते ही देखते सूरज और उसके दोस्तों ने अभय व सार्थक की पिटाई शुरू कर दी। यह देख स्वप्नित ने बीचबचाव किया तो नाराज आरोपितों ने स्वप्नित पर भी हमला बोल दिया था। आरोपितों ने बेल्ट से बूरी तरह उसकी पिटाई कर दी थी और उसे गंभीर अवस्था में गिट्टी के ढेर पर फेंक कर भाग निकले थे। गौरतलब है कि स्वप्नित का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा था, जिसकी शुक्रवार को मौत हो गई थी। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने सूरज व उसके अन्य साथियों पर एफआइआर दर्ज की थी। शनिवार रात में पुलिस ने मड़ियांव गांव से सूरज और गोड़ियनपुरवा से उसके चार नाबालिग साथियों को पकड़ लिया। नाबालिग आरोपितों में तीन 16 वर्ष के तथा एक 15 वर्ष का है।
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