मुंबई – महाराष्ट्र विधानमंडल का शीत सत्र 19 नंवबर से शुरू होगा और 30 नवंबर तक चलेगा। यह जानकारी संसदीय कार्य मंत्री गिरीश बापट ने गुरुवार को दी।
विधानभवन में में हुई दोनों सदनों की कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में दो सप्ताह के कामकाज को अनुमति प्रदान की गई। हालांकि विपक्ष का आरोप है कि जनहित से जुड़ी समस्याओं पर बहस से बचने के लिए राज्य सरकार ने केवल दो सप्ताह का सत्र बुलाया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने इस पर आपप्ति जताई है। इधर बापट ने बताया कि विधानसभा में प्रलंबित आठ विधेयक शीत सत्र में पेश किए जाएंगे। वहीं विधान परिषद में प्रलंबित दो विधेयक पेश किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सत्र में सूखाग्रस्त स्थिति पर महत्वपूर्ण चर्चा की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर अवकाश के दिनों में भी कामकाज शुरू रखा जाएगा। अंतिम सप्ताह में कामकाज सलाहकार समिति की बैठक आयोजित कर सत्र के दिन बढ़ाने के संदर्भ में चर्चा भी की जाएगी।
विधानसभा कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे-पाटिल, संसदीय कामकाज मंत्री गिरीश बापट, शिॆक्षा मंत्री विनोद तावडे, एकनाथ शिंदे, राज्यमंत्री विजय शिवतारे, डॉ. रणजीत पाटिल, विधायक एकनाथ खडसे, गणपतराव देशमुख, जयंत पाटिल, राज पुरोहित, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव प्रवीण परदेशी, विधानमंडल प्रधान सचिव डॉ अनंत कलसे मौजूद थे। विधान परिषद की बैठक में सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री फडणवीस, संसदीय कार्य मंत्री गिरीश बापट, विरोधी पक्षनेता धनंजय मुंडे, राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, राज्यमंत्री विजय शिवतारे, डॉ. रणजीत पाटिल, विधायक भाई गिरकर, भाई जगताप समेत विधानमंडल के प्रधान सचिव डॉ. अनंत कलसे उपस्थित थे।
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