नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने एक ऐतिहासिक फैसले में अपने समूचे तंत्र की कार्यप्रणाली को इंटरनेट के प्लेटफॉर्म पर सोमवार को आम जनता के लिए खोल दिया जिसके माध्यम से यात्री एवं मालवहन सेवाओं और सुविधाओं से लेकर राजस्व, यातायात, विकास परियोजनाएं, जनशिकायतें, रेल विरासत आदि को किसी भी जगह से किसी भी समय जाना जा सकता है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यहां रेलभवन में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में ‘रेलदृष्टि -डैशबोर्ड’ पोर्टल का शुभारंभ किया। इस मौके पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, रेलवे बोर्ड के सदस्य, रेल सूचना प्रणाली केन्द्र के प्रबंध निदेशक मुकेश निगम एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
गोयल ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि यह डेस्कटॉप कंप्यूटर के लिए वेबपोर्टल से लेकर मोबाइल ऐप तक के रूप में इंटरनेट पर उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार शुरू से ही जनभागीदारी के प्रति समर्पित रही है। पांच साल के दौरान सरकार के कामकाज के केन्द्र में देश के 130 करोड़ लोग रहे हैं। सरकार ने हर साल अपने काम की रिपोर्ट पेश की है।
रेल मंत्री ने कहा कि अब जनता की अदालत में जाने के पहले रेलवे के समूचे कामकाज को रेलदृष्टि डैशबोर्ड के माध्यम से सदा के लिए पारदर्शी बना दिया है। इससे किसी भी क्षण कोई भी व्यक्ति हर प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकता है कि रेलवे किस प्रकार जन अपेक्षा के अनुरूप काम कर रही है। इस बात की निगरानी करने का अधिकार आम जनता को दे दिया गया है। मीडिया भी इसके सहारे रेलवे के कामकाज की समीक्षा करने में सक्षम होगा और उससे रेलवे को कार्यप्रणाली में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
इस पोर्टल में मालगाड़ियों एवं यात्री गाड़ियों की ताज़ा स्थिति, समय सारणी, रोज़ाना के आय व्यय के विवरण, माल का विवरण, ट्रैक उन्नयन, स्टेशन पुनर्विकास, स्टेशनों पर सुविधाओं की उपलब्धता जानी जा सकती है। इसके साथ साथ निविदा एवं भर्ती प्रक्रिया तथा रसोई में भोजन बनाने का सजीव प्रसारण देख सकते हैं। ग्राहकों की शिकायतों के निपटारे की स्थिति, असंगठित क्षेत्र में मज़दूरों के मुद्दे भी इस पोर्टल पर उपलब्ध हाेंगे। रेलवे की विरासत का 360 डिग्री वाला वर्चुअल टूर भी किया जा सकेगा। इस प्रकार से 15 प्रकार की सेवाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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