- गाजीपुर में यूपीएसएसएससी के पूर्व अध्यक्ष के घर में डकैती का मामला
लखनऊ । राजधानी पुलिस ने चर्चित यूपी एसएसएससी के पूर्व अध्यक्ष व सेवानिवृत राज्य संपत्ति अधिकारी राजकिशोर यादव के घर में डकैती कांड का खुलासा करते हुए महिला समेत 10 आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपितों के कब्जे से चार लाख 75 हजार नकदी, लूट का लाइसेंसी रिवाल्वर 32 बोर,पांच कारतूस ,25 लाख कीमत के सोने के आभूषण ,दो लाख कीमत के चांदी के आभूषण, लूटे गए दो मोबाइल फोन, वारदात में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल यूपी 53 बाई 45 40 , बोलेरो कार यूपी 35 सी 0 237,एक स्कूटी यूपी 32 जीसी 3205 ,पांच अवैध तमंचा व 10 कारतूस बरामद किए हैं। आरोपितों के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने ख़ुलासा करते हुए बताया कि 18 फरवरी को पूर्व आईएएस अधिकारी राजकिशोर व उनकी बेटी प्रशस्ति यादव को बंधक बनाकर दिनदहाड़े करीब आधा दर्जन बदमाशों ने घर में घुसकर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। इस सनसनीखेज डकैती की घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक ट्रांस गोमती अमित कुमार के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी अपराध गाजीपुर दीपक कुमार के सर्वेक्षण में व प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर के नेतृत्व सर्विलांस, क्राइम ब्रांच समेत स्वाट टीम को लगाया गया था। टीम ने गहनता से आसपास के लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से संदिग्ध फुटेज खंगाले। जिसमें आने जाने वाली गाड़ियों को गहनता से वीडियो फोटोग्राफ व वैज्ञानिक विश्लेषण करते हुए संदिग्धों को चिन्हित किया गया। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की सोमवार सुबह प्रात: 5:30 बजे सर्वोदय नगर कुकरेल बंधा पर डकैती की घटना में संलिप्त सभी लोग एकत्र हुए है जो किसी वारदात को अंजाम देने वाले हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी करते हुए सभी लोगों को गिरफ्तार करलिया। पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम अजय बाल्मीकि पुत्र मोहनलाल निवासी सरौली जनपद बरेली, बल्लू कोरी पुत्र सियाराम निवासी भीतर गंज थाना शाहबाद जनपदरामपुर, बब्लू बाल्मीकि पुत्र स्व. हरिचरण निवासी भीतरगांव थाना शाहाबाद जनपद रामपुर, रामगोपाल उर्फ चिंटू उर्फ मुकेश पुत्र बब्बन सिंह निवासी महपतपुरवा थाना कटरा जनपद गोंडा, वीरेंद्र कुमार उर्फ भरत पाल पुत्र रामपाल निवासी बरचंदपुर जिला फतेहपुर , सोनू उर्फ देवा पुत्र राम शंकर निवासी कैसरगंज थाना बहराइच , सनी सिंह पुत्र अवधेश सिंह निवासी गुजौली कला थाना मंडी जनपद बहराइच, संजीत यादव पुत्र ननकू यादव निवासी अजय नगर चर्च रोड कमता थाना चिनहट लखनऊ, राज रस्तोगी पुत्र रामकिशोर रस्तोगी निवासी रानी कटरा थाना चौक जनपद लखनऊ, माधुरी पत्नी अजय बाल्मीकि निवासी सरौली जनपद बरेली बताया है। कलानिधि ने बताया कि डकैती की घटना को पूर्व नौकर अजय ने साथियों संग मिलकर अंजाम दिया था। एसएसपी ने डकैती का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रूपये का पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। गौरतलब हो कि 18 फरवरी को राजकिशोर यादव व उनकी बेटी घर पर मौजूद थे। इसी बीच असलहा धारी बदमाश घर में आ धमके। पिता और पुत्री को बंधक बनाकर लाखों के जेवरात, लाइसेंसी रिवॉल्वर और नग्कदी समेत अन्य कीमती सामान लूट ले गए थे।
नौकर पर थी शक की सूई
एसएसनी ने बताया कि पड़ताल में सामने आया था कि राजकिशोर ने अपने वर्षों पुराने नौकर विजय के कहने पर संदिग्ध मुकेश को काम पर रखा था। छानबीन में पता चला कि विजय को उसके किसी परिचित ने मुकेश को काम दिलवाने के लिए कहा था। विजय ने इस पर राजकिशोर से बात की थी, जिसके बाद उसे नौकरी पर रखा गया था। विजय से मुकेश ने खुद को गोंडा का निवासी बताया था। कड़ी से कड़ी जुड़ते गये और पुलिस ने लुटेरों को दबोच लिया।
घर पर हो रही थी बेटी की शादी की तैयारी
पूछताछ में यह बात भी सामने आयी कि वारदात के दो दिन पहले ही राजकिशोर बरेली से बेटी का रिश्ता तय कर राजधानी वापस लौटे थे। आंशका जताई गई कि मुकेश को इस बात की जानकारी हो गई थी और उसने साजिश के तहत अपने साथियों को लूटपाट के लिए बुला लिया था। मुकेश ने साथियों को यह भी बताया था कि जेवरात समेत करीब 50 लाख का माल घर में है।
पूर्व नौकर ने साथियों संग मिलकर दिया वारदात को अंजाम
पूछताछ में आरोपित अजय बाल्मीकि ने बताया कि मैं रामकिशोर यादव के घर पर करीब 6 साल पहले नौकरी करता था। दो वर्ष पहले नौकरी छोड़ दी थी। इस दौरान मैंने उनके घर पर काफी ज्वेलरी व नकदी रूपये देखा था। तभी से मेरी नियत खराब हो गई थी और चोरी की योजना बनाना शुरू कर दिया था। इस योजना में करीब आधा दर्जन लोगों की आवश्यकता थी।
पत्नी को शामिल कर नौकर को काम पर रखवाया
मुख्य आरोपी अजय ने बताया कि योजना के मुताबिक मैंने अपनी पत्नी माधुरी को राजकिशोर के यहां पिछले 25 वर्षों से काम कर रहे विजय से बातचीत करना शुरू करवा दिया। बातचीत के दौरान पत्नी माधुरी ने विजय से काफी दोस्ती बढ़ा ली और बातों- बातों में ही मेरे दोस्त रामगोपाल उर्फ चिंटू उर्फ मुकेश को अधिकारी के यहां खाना बनाने के लिए नौकरी पर रखवा दिया। मुकेश पिछले एक महीने से अधिकारी के घर पर नौकरी कर रहा था। मुकेश सभी सूचनाएं दे रहा था। योजना के तहत मैंने अपने मामा बब्लू बाल्मीकि व उनके गांव का ही एक लड़का बब्लू कोरी तथा अपने दोस्त सोनू उर्फ देवा, भरत पाल उर्फ वीरेंद्र कुमार, संजीत यादव व सनी सिंह के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। योजना के तहत 18 फरवरी को मुकेश द्वारा बताया गया कि बाबू जी यानि राजकिशोर व उनकी बेटी घर पर अकेली हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
योजना के तहत नौकर मुकेश सुबह काम करने के लिए बाबूजी के घर चला गया। सनी अन्य सभी लोगों को अपनी बोलेरो कार से मुंशी पुलिया पर छोड़ दिया। वहां पर अजय को भरत पाल व देवा अपनी पल्सर मोटरसाइकिल से मिला तथा शनि बोलेरो लेकर पॉलिटेक्निक के पास चला गया। सभी आरोपित एकत्रित होकर राजकिशोर के घर में घुस गए जबकि गेट पर रंजीत यादव नजर रखे हुए थे। सभी ने घर में घुसते ही राज किशोर व उनकी बेटी प्रस्तुति को असलहे के नोक पर लेकर बंधक बना लिया। डकैती के दौरान बब्लू मामा व नौकर मुकेश उर्फ रामगोपाल ने पिता-पुत्री को बंधक बनाते हुए बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। अजय अपना
चेहरा गमछे से ढक रखा। सभी में घंटों घर को खंगालते हुए जेवरात व नकदी लेकर पैदल पॉलिटेक्निक चौराहे पर गए जहां सनी बोलेरो लेकर इंतजार कर रहा था। हम सभी लोगों ने अपना सामान रखकर बहराइच चले गए और सभी ने अपना अपना हिस्सा बांट लिया।
जेवरात बेचने जाते समय दबोचे गये
पकड़े गये आरोपितों ने बताया कि हम सभी लोग कुछ ज्वेलरी डकैती के दूसरे दिन आकर चौक निवासी ज्वेलर्स राज रस्तोगी को बेच दिया था। जिसका करीब 475000 मिला था, जिसे हम लोगों ने आपस में बांट लिया। वहीं बचे हुए ज्वैलरी को सोमवार को राज रस्तोगी को बेचने आए थे। इसी दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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