नई दिल्ली। उत्तर भारत में मानसून के आगमन में ज्यादा विलंब होने का खतरा पैदा हो गया है। आमतौर पर जून के मध्य में मानसून बिहार, झारखंड होते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर जाता है। लेकिन इसमें लगातार विलंब हो रहा है। मानसून केरल और तमिलनाडु में ही ठिठका हुआ है और अगले दो-तीन दिनों तक इसके सक्रिय होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
मौसम विभाग के सूत्रों की मानें तो दो-तीन दिनों के बाद मानसून की प्रगति में थोड़ी हलचल हो सकती है। यह पश्चिम बंगाल और सिक्किम होते हुए पूर्वोत्तर के इलाकों को कवर कर सकता है। इसके बाद देश के अन्य हिस्सों की ओर अग्रसर होगा। लेकिन इसमें लगातार विलंब हो रहा है। मानसून एक सप्ताह की विलंब से केरल पहुंचा है। इतना विलंब अब उत्तर भारत में भी तय माना जा रहा है, लेकिन ‘वायु’ तूफान के दुष्प्रभाव आदि के चलते यह विलंब थोड़ा और हो सकता है।
उत्तरी राज्य खेती कार्य के लिए मानसून की तरफ टकटकी लगाए बैठे हैं। ऐसे में यदि देरी एक सप्ताह से ज्यादा की होती है तो फिर किसानों के लिए वैकल्पिक फसलों की बुवाई पर विचार करना पड़ सकता है। मानसून के दिल्ली पहुंचने में भी विलंब होना तय माना जा रहा है। दिल्ली में मानसून 29 जून को पहुंचता है। लेकिन अभी उत्तर भारत में मानसून ने प्रवेश ही नहीं किया है। मौसम विभाग का मानना है कि यदि अगले सप्ताह कोई बड़ा दबाव क्षेत्र नहीं बनता है तो फिर मानसून में और देरी हो सकती है।
धूलभरी आंधी से तापमान में गिरावट के आसार
दिल्लीवालों को धूलभरी आंधी राहत दे सकती है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में दिल्ली वालों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। इसमें धूल भरी आंधी चलने के साथ ही अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से दिल्ली का मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। शनिवार को 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चल सकती है। मौसम विभाग की तरफ से जारी पूर्वानुमान के अनुसार धूल भरी आंधी चलने का यह क्रम शनिवार से मंगलवार तक रह सकता है। इन समयावधि वाले दिनों में आसमान में बादल छाए रहने के साथ ही तेज हवा चलेगी, जिसमें धूल भरी आंधी चलने की अधिक संभावना है। वहीं, दिल्ली में मंगलवार को हल्की बारिश हो सकती है। बादल छाए रहने के साथ ही तेज हवा चलने की भी संभावना है।
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