पृथ्वी से करीब 42 हजार किलोमीटर की दूरी से गुरुवार को एक एस्टेरॉइड गुजरेगा। 36 हजार किलोमीटर की ऊंचाई पर सैकड़ों सैटेलाइट्स हैं। उनसे यह कुछ ही दूर होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे पृथ्वी को कोई नुकसान नहीं होगा। अनुमान है कि इसका आकार 15 से 30 मीटर है। दुनियाभर के ट्रैकर्स के लिए यह मौका है कि वे अपने एस्टेरॉइड वॉर्निंग नेटवर्क टेस्टिंग की काबिलियत का इस्तेमाल करें।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें आगे पढ़ें
Post Top Ad
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment