पटना। दस दिवसीय Patna Book Fair आज समाप्त हो गया। बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित होने वाले पटना पुस्तक मेले के 24वें संस्करण में 210 स्टॉल लगाए गए ।
किताबों के महाकुंभ का सोमवार को समापन हो गया। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और सीआरडी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय पटना पुस्तक मेला के अंतिम दिन मुख्य मंच पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए लोगों को पुरस्कृत भी किया गया। पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए दैनिक जागरण की चारुस्मिता को इस साल के ‘सुरेन्द्र प्रताप सिंह स्मृति पुरस्कार’ से अलंकृत किया गया।
वहीं प्रदेश के जाने-माने कॉर्डियोलोजिस्ट डॉ. अजीत प्रधान को संस्कृति को बेहतर बनाने की दिशा में उनके अभिनव और विशिष्ट योगदान के लिए इस वर्ष का ‘बिहार भारती सम्मान’ से नवाजा गया। इस वर्ष का ‘विद्यापति पुरस्कार’ नवजवान कवियत्री अनुभूति को दिया गया। लेखन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान और बिहार की पहचान को सशक्त करने के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। वहीं ‘यक्षिणी पुरस्कार’ से मुरारी झा को सम्मानित किया गया। पेंटिंग के क्षेत्र में खास योगदान देने और प्रदेश का नाम रौशन करने की सफल कोशिश के कारण यह पुरस्कार दिया गया। जबकि वर्ष 2017 के लिए ‘भिखारी ठाकुर पुरस्कार’ कुमार रविकांत को दिया गया। रंगमंच में विशिष्ट योगदान देकर प्रदेश का नाम रौशन करने के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार वितरण पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर और डॉ.पूर्णिमा शेखर सिंह ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर आनंद किशोर ने कहा कि इस पुस्तक मेला का एक इतिहास रहा है इसकी पहचान पूरे देश में है। उन्होंने कहा कि बिहार में पठन-पाठन की परंपरा काफी पुरानी है यही कारण है कि यहां के लोगों को किताबों से काफी लगाव है।
डॉ.पूर्णिमा ने कहा कि इस पुस्तक मेला का कोई विकल्प नहीं है उन्होंने राज्य सरकार की ओर से दिए गए संरक्षण की सराहना करते हुए इस वर्ष की थीम ‘लड़की को सामर्थ्य दो, दुनिया बदलेगी’ की बहुत तारीफ की। उन्होंने बेहतर समाज के निर्माण के लिए नारी सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया।
कार्यक्रम के अंत में डेनियल रॉड्रिग्ज और उनके सहयोगियों की ओर से ‘ओ री चिड़िया और मुझे क्या बेचेगा रुपैया’ गीत प्रस्तुत किया गया जिसका लोगों ने खूब आनंद उठाया।
इस अवसर पर विनोद अनुपम ने मंच का संचालन किया। कार्यक्रम में पुस्तक मेला के संस्थापक नरेंद्र कुमार झा, सीआरडी के अध्यक्ष रत्नेशवर,सचिव अमरेन्द्र झा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Patna Book Fair के संयोजक अमित झा ने बताया कि पटना पुस्तक मेले के 24वें संस्करण का इस बार का विषय लड़कियों और महिलाओं को समर्पित रहा. Patna Book Fair मेंं इस बार का विषय ‘लड़की को सामथ्र्य दो, दुनिया बदलेगी’ है. पुस्तक मेले में पहली बार रंग थीम ‘पिंक’ रखी गई.
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