
कासगंज। कासगंज में बीती रात को फिर से हिंसा भड़क उठी। तीन वाहनों दो अलग-अलग घटनाओं में आग लगा दी गई। अलीगढ़ मंडल के आयुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा, ‘हम इस क्षेत्र को गश्त कर रहे हैं और ऐसी घटनाओं से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना बाहरी इलाके में हुई और इसलिए हमारे पास इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिसा की आग दूसरे दिन शनिवार को भी धधकती रही। भीड़ ने दो बसों को आग के हवाले कर दिया और रात तक करीब छह दुकानों व एक मकान को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को काबू करने के लिए पीएसी और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। धारा-144 लागू है।
कासगंज में गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की तिरंगा यात्रा के दौरान मुस्लिम बहुल इलाके में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे और वंदेमातरम का विरोध किया गया था। इसके बाद हुए टकराव से भड़की सांप्रदायिक हिसा की आग ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया था। बवाल में गोली लगने से रेलवे रोड स्थित गली शिवालय निवासी चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता की मौत हो गई थी।
शनिवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काआश्वासन मिलने के बाद मृतक युवक का काली नदी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि के बाद लौट रही भीड़ में शामिल कुछ अराजक तत्वों ने मिशन चौराहा, बाराद्वारी और सहावर गेट, गली सत्तार बैंड में उपद्रव किया। बाराद्वारी में एक बर्तन व दो जूतों की दुकान में आग लगा दी गई। दोपहिया वाहनों और दो बसों में भी आग लगा दी। इसके बाद फिर से बवाल बढ़ गया। अफवाहों का बाजार गर्म हो गया।
ऐसे में गली-गली मोर्चेबंदी होने लगी। दुर्गा कॉलोनी में समुदाय विशेष के युवकों ने फायरिग की। इस पर हिदूवादी इकट्ठे हो गए। शुक्रवार से सबक लेते हुए प्रशासन ने धारा-144 को प्रभावी करते हुए शहर की सीमाएं सील कर दीं।
पीएसी और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया। शनिवार को देर शाम कस्बा नदरई में एक पुरानी एंबुलेंस और छर्रा रोड पर मेडिकल स्टोर को फूंक दिया। गंगेश्वर कॉलोनी में बंद पड़े मकान में आग लगा दी। शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। कमिश्नर सुभाष शर्मा, डीएम आरपी सिह, एडीजी अजय आनंद, आइजी डा. संजीव गुप्ता, एटा के एसएसपी अमित कुमार चौरसिया भी कैंप किए हुए हैं।
सभी धर्मस्थलों के पास फोर्स की तैनाती की गई है। बसों का संचालन पूरी तरह से बंद है।
इंटरनेट सेवा बंद, ड्रोन से निगरानी
दूसरे दिन भी सांप्रदायिक हिसा जारी रहने के बाद प्रशासन ने कासगंज में शनिवार शाम पांच से रविवार रात 10 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। साथ ही ड्रोन से संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी की जा रही है।
पीड़ित परिवार को पांच लाख की सहायता
शनिवार सुबह मृतक की अंत्येष्टि के दौरान सांसद राजवीर सिह ने लोगों का आक्रोश देखकर फोन से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी दी। दोपहर में शासन की तरफ से डीएम ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये का चेक सौंप दिया।
एसआइटी ने शुरू की जांच
डीजीपी ने बताया कि उन्होंने घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय स्तर पर एसआइटी गठित कर उसे पूरे मामले की जांच सौंपी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साध्वी प्राची को रोकने पर हंगामा
कासगंज में हुए बवाल का असर अलीगढ़ व हाथरस में भी रहा। सीमाएं सील कर दी गई हैं। शनिवार को सिकंद्राराऊ में कासगंज जाने से साध्वी प्राची को रोकने पर हंगामा हो गया। पंत चौराहे पर वह धरने पर बैठ गईं। समर्थकों ने जाम लगा दिया। करीब एक घंटे बाद पुलिस के समझाने पर साध्वी हटीं और जाम खुला।
शासन ने तलब की रिपोर्ट, 49 गिरफ्तार
हिसा को गंभीरता से लेते हुए शासन ने रिपोर्ट तलब की है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मुख्यालय से आइजी डीके ठाकुर को कासगंज भेजा गया है। अब तक 49 व्यक्ति वहां गिरफ्तार किए गए हैं। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने हुई हिसा और उपद्रव की जानकारी ली। नए डीजीपी ओपी सिंह ने एसएसपी कासगंज सुनील कुमार सिंह को उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कासगंज कोतवाली प्रभारी व स्थानीय निवासी सुशील कुमार की ओर से बलवा, हत्या, जानलेवा हमला सहित अन्य धाराओं में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।

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