मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खौफ तो इस कदर कायम हुआ कि उनमें जमानतें निरस्त कराकर कोर्ट में सरेंडर करने की होड़ लग गई। अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर व्याप्त हो गया कि वह जेल से बाहर आने में भी घबरा रहे हैं। जो अपराधी जेल के बाहर हैं वो अंडरग्राउंड हो गए हैं।
यूपी के मुजफ्फरनगर जिला में गुरुवार रात पुलिस और डकैतों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश रिहान को मारा गया। इस दौरान एक सिपाही हरविंदर भी गोली लगने से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले लाया गया है। रिहान थाना शाहपुर क्षेत्र के गांव सोरम का रहने वाला था और वह अपने एक साथी के साथ एक महिला की हत्या के इरादे से आया था। पुलिस ने बताया कि रिहान के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 14-15 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मुकीम काला गैंग के बदमाश हाफिज से थी रंजिश
पुलिस के मुताबिक, कुल्हेड़ी गांव निवासी संजीदा उर्फ मोटी की मुकीम काला गैंग के बदमाश हाफिज से रंजिश चली आ रही है। रिहान हाफिज का साथी है। कुछ समय पहले पांच हजार रुपये के इनामी बदमाश हाफिज को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। उस समय रिहान फरार हो गया था। बृहस्पतिवार रात करीब आठ बजे संजीदा बस से उतरकर अपनी एक रिश्तेदारी में गांव हैबतपुर जा रही थी, पहले से उसकी ताक में खड़े रिहान और उसके साथी ने उसकी जान लेने की कोशिश की, संजीदा के शोर मचाने पर लोगों को दौड़ता देख हमलावर फरार हो गए। इसी बीच संजीदा की सूचना पर पहुंची थाना चरथावल पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम ने गांव दधेड़ू और पीनना के बीच रजबाहे पर दोनों बदमाशों को घेर लिया। मुठभेड़ में रिहान मारा गया और उसका साथी फरार हो गया। घायल सिपाही हरविंदर क्राइम ब्रांच में तैनात है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। मुठभेड़ में मारे जाने के बाद अन्य बदमाशों में दहशत का माहौल है।

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