ट्रांसपोर्टिंग एंव हैण्डलिंग ठेकेदारो ने संभाल रखी गेहूँ खरीद की कमान
शाहाबाद हरदोई28मई- कहने को विपणन विभाग ने गेहूं खरीद प्रभारियों को नियुक्त किया है पर उन प्रभारियों में ऐसे भी हैं जो नेता व ठेकेदारी प्रकृति के व्यक्ति हैं। यही नहीं, विधायक के गुर्गे तक इस खरीदारी में लगे हुए हैं। गेहूं खरीद केंद्र के प्रभारी किसी विभाग का कर्मचारी ना होकर उसे व्यक्तिगत तौर पर केंद्र प्रभारी बना दिया गया है। ऐसे भी केंद्र प्रभारी जानकारी में आए हैं ।अब विपणन विभाग ही बता सकता है कि ऐसे प्राइवेट व्यक्तियों को केंद्र प्रभारी किस व्यवस्था के चलते बनाया गया है। सरकार की गेहूं खरीद नीति पर ट्रांसपोर्टिंग एंव हैण्डलिंग ठेकेदारों ने कब्जा कर उसे पंगु बना डाला है। इन ठेकेदारों,गुर्गों के आगे प्रभारी बेबस, लाचार से दिखते हैं। तौल कुछ और पेमेंट कुछ भेजे जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें ठेकेदारों के आगे केंद्र प्रभारी सहम से जाते हैं। ऐसा ही एक मामला नवीन गल्ला मंडी के गेहूं क्रय केंद्र आरएफसी पर देखने को मिला। ब्लाक शाहाबाद के ग्राम बिरुआपुर निवासी अजय प्रताप सिंह ने केंद्र प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए डीएम से शिकायत करने की बात कही। अजय सिंह का आरोप है कि सोमवार को उन्होंने उक्त केंद्र पर 147 कट्टी गेहूँ तुलवाया था। गेहूं केंद्र पर मौजूद ठेकेदारों नीरज ने उनसे देर रात रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवा लिये तथा उन्हें कोई रिसिविंग नहीं दी। गुरूवार को केन्द्र प्रभारी द्वारा किसान अजय सिंह के खाते मे 144 कट्टी का भुगतान भेज दिया गया। अजय ने तत्काल प्रभारी से सम्पर्क किया तो प्रभारी ने ठेकेदार नीरज को बुलाकर आमना सामना कराया। ठेकेदार ने अजय से साफ शब्दों में कहा कि 10 लाख लगाकर पैसा कमाने के लिए ही काम शुरु किया है उसे हर हालत में कम से कम 50 रूपये प्रति कुंटल कमीशन लेना ही है तुम्हें जो करना है। वह कर लो ,मैं विधायक का आदमी हूं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। किसान अजय का कहना है उसने तुलाई का खर्च 10 रूपये प्रति कुंटल एडवांस दे दिया उसके बावजूद उसके खाते पर डेढ़ कुंतल का पैसा कम करके भेजा गया है। किसान ने ठेकेदार और प्रभारी पर अवैध उगाही व किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
यही नहीं, कछौना में आरएफसी गेहूं खरीद केंद्र प्रभारी कहने को ज्ञान चंद सविता हैं। व्यापारी प्रमोद गुप्ता ठेकेदार का पूर्णरूपेण जलवा है जिसका चाहे, जिस तरीके से गेहूं खरीदें, प्रभारी कुछ कर नहीं सकता। कछौना के पास ग्राम गाजू में पीसीएफ का खरीद केंद्र है जिसमें नवीन पटेल नामक खरीद केंद्र प्रभारी बनाया गया है जो भाजपा का सक्रिय कार्य कर्ता है। इन खरीद केंद्रों पर ऐसे ही गेहूं की बोरियां डालकर चले गए हैं। जिसका कोई देखने सुनने वाला नहीं है पूछे जाने पर बताया गया कि पता नहीं किस किसान या व्यापारी का गेहूं है यदि किसान का होता तो निश्चित रुप से गेहूं तुलाई तक वह अपने गेहूं की सुरक्षा करता लेकिन यह भी होगा कि वह अपना गेहूं किसी ना किसी किसान की बहीखाता पर चढ़ा कर बेच ही लेगा।विधायक के गुर्गे ठेकेदारों ने खरीद की कमान संभाल करसरकारी गेहूं क्रय खरीद केंद्रों को विधायक के गुर्गों ने पूरी तरह से हाईजैक कर लिया है। जिसकी पोल पूर्व भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने शनिवार को नवीन गल्ला मण्डी के क्रय केंद्रों पर खोलकर रख दी। भाजपा के ही फ्रंटल संगठन के जिलाध्यक्ष को ही विभाग के गुर्गों ने शिकार बना डाला। अजय प्रताप के मुताबिक, उसने अपना गेहूं आरएफसी केन्द्र पर 147 कट्टी गेहूँ बेचा था। 10 रूपये प्रति कुण्टल देने के बाद भी 35 रूपये प्रति कुंटल के हिसाब से कम पैसे का भुगतान किया गया। विधायक के गुर्गो नीरज व विमल पर किसान मोर्चा अध्यक्ष ने किसान के साथ धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाते हुए दोनों के खिलाफ संगठन से लेकर सरकार तक जंग का ऐलान किया। शनिवार को विधायक गुर्गो और किसान मोर्चा अध्यक्ष के बीच हुई जंग ने गेहूं खरीद में स्वतः भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है ।अब देखना यह है कि प्रशासन इन्ही गुर्गा ठेकेदारो पर कार्रवाई करता है या विधायक के दबाब में किसानों की आवाज को दबा दिया जाता है।
No comments:
Post a Comment