नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया के 15 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट ने भारत के चिंताजनक हालात को बयान कर दिया है। सबसे परेशान करने वाली बात ये है कि 15 में से 14 शहर भारत के हैं। इनमे कानपुर पहले नंबर पर है तो वहीं सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली छठे स्थान नंबर पर है। यह आंकड़े इन शहरों की जहरीले वायु गुणवत्ता के आधार पर जारी किये गये हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण के मामले भारत एक 14 शहर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। इस सूची में उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर कानपुर पहले स्थान पर है। कानपुर के बाद फरीदाबाद, वाराणसी, गया, पटना, दिल्ली, लखनऊ, आगरा, मुजफ्फरपुर, श्रीनगर, गुड़गांव, जयपुर, पटियाला और जोधपुर शामिल हैं। पंद्रवें स्थान पर कुवैत का अली सुबह अल- सलेम शहर है।
WHO की ताजा आंकड़े के मुताबिक दिल्ली में पीएम 2.5 ऐनुल ऐवरेज 143 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नेशनल सेफ स्टैंडर्ड से तीन गुना ज्यादा है। जबकि पीएम 10 ऐवरेज 292 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नेशनल स्टैंडर्ड से 4.5 गुना ज्यादा है। जबकि सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) का दावा है कि 2016 के मुकाबले 2017 में दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर कम हुआ है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, धरती पर 10 लोगों में से नौ लोग प्रदूषित हवा सांस के रूप में लेते हैं, और इससे हर साल 7 मिलियन लोगों को की मौत होती है। ऐसे मामले एशियाई और अफ्रीकी देशों में ज्यादा देखने को मिलते हैं। हृदय रोग, स्ट्रोक और फेफड़ों के कैंसर से लगभग एक चौथाई मौत की वजह वायु प्रदूषण ही होता है।
आपको बता दें कि इस बार भारत के 14 शहर शामिल हैं जबकि वर्ष 2013 में चीन के 14 शहर शामिल थे। चीन ने प्रदूषण को लेकर कठोर कदम उठाये जिसका नतीजा हमारे सामने है। आज सिर्फ चीन के चार शहर ही इस लिस्ट में हैं।
भारत ने भी 2016 प्रदूषण को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं जिसमे अक्टूबर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान, दिसंबर 2015 में ट्रकों पर इन्वाइरनमेंट कंपनसेशन चार्ज (ईसीसी) और प्रदूषण नियंत्रण के लिए एनसीआर के शहरों के बीच बेहतर समन्वय जैसे उपाय इनमें शामिल हैं। अब इसका नतीजा हमे अगली रिपोर्ट में देखने को मिलेगा।
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