नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उज्ज्वला योजना को लेकर नमो ऐप पर लोगों से मुद्रा योजना के बारे में संबोधित किया सरकार के 4 साल पूरा होने के बाद पीएम मोदी ने एक तरफ मुद्रा योजना का रिपोर्ट कार्ड पेश किया तो दूसरी तरफ लोगों से स्कीम से जुड़ने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना एक जॉब मल्टीप्यार के रूप में भी काम कर रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को पीएम ने 8 अप्रैल 2015 को लॉन्च किया था।
पीएम मोदी ने मुद्रा स्कीम के लाभार्थियों की जानकारी देते हुए कहा, ‘आपको यह जानकर खुशी होगी कि अब तक कुल 12 करोड़ लोन के जरिए 6 लाख करोड़ रुपए के लोन लोगों को दिए गए हैं। इनमें कुल 9 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मुद्रा एक ऐसी योजना है, जिसमें लक्ष्य से अधिक लोग लोन दिए। इसमें 3 करोड़ से ज्यादा लोन ऐसे लोगों को दिए गए हैं, जिन्होंने पहली बार अपना कोई कारोबार शुरू किया है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुद्रा योजना के तहत 55 फीसदी लोन पिछड़े समाज को दिए गए यानी एससी, एसटी, ओबीसी और महिलाओं को यह लोन दिए गए। मुद्रा योजना एक ऐसी स्कीम है, जो बिना किसी भेदभाव के पिछड़े समाज को मजबूत करने का काम सफलतापूर्वक किया है। आज 110 बैंक ही नहीं बल्कि 72 माइक्रो फाइनैंस कंपनियां और 9 नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों ने भी यह लोन शुरू किए हैं।’
हाल ही में फाइनेंस मिनिस्ट्री ने मुद्रा स्कीम के तहत छोटे कारोबारियों को लोन देने के लिए फ्लिपकार्ट, स्विगी, पतंजलि और अमूल सहित 40 कंपनियों के साथ समझौता किया है। इसके अलावा, मेक माई ट्रिप, जोमैटो, मेरु कैब, मुथूट, एडलवाइस, अमेजन, ओला, बिग बास्केट, कार ऑन रेंट और हबीब सैलून भी शामिल हैं। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट, अमेजन, उबर, ओला, ओयो, अमूल, पतंजलि और जोमैटो जैसी कंपनियों की रिटेल फ्रेंचाइजी/ट्रांसपोर्ट सॉल्युशंस/सप्लायर्स को मुद्रा स्कीम के तहत 10 लाख रुपए तक लोन देने के मसले पर भी विचार किया जाएगा।
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