कुशीनगर। नेपाल के पोखरा जल अधिग्रहण क्षेत्र में 53 मिमी बारिश होने से यूपी सीमा से सटे वाल्मीकि नगर गंडक बैराज पर बड़ी गंडक नदी उफना गई है। नदी शनिवार को 1 लाख 50 हजार क्यूसेक के जलस्तर को पार कर गई। नदी उफनाने से जनपद के खड्डा रेता क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। भैंसहा गेज पर नदी तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है और वीरभार ठोकर के स्पर सी से सटकर नदी बहने लगी है।
सीमावर्ती नेपाल मे गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुए भारी बारिश के कारण नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। इससे बिहार के निचले इलाकों में पानी भर गया है। वहीं जनपद के खड्डा रेता क्षेत्र के लोग नदी के जलस्तर मे लगातार वृद्धि होता देख परेशान हो गए हैं। लोगों को अभी से यह चिंता सताने लगी है कि नदी के जलस्तर की बढोत्तरी लगातार इसी तरह रही तो निचले इलाको में बसे लोगों के घरों में नदी का पानी पहुंच जायेगा। वहीं नदी के दबाव से कटान का खतरा एक ओर बना हुआ है तो दूसरी तरफ निचले इलाके में पानी के फैलने से खेती भी प्रभावित होने लगी है।
गंडक बैराज के गेट में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जा रही है। गंडक बैराज के सभी गेटों को आंशिक तौर पर उठा दिया गया है। जल संसाधन विभाग द्वारा तटबंधों की सुरक्षा के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
अधीक्षण अभियंता अभय नारायण ने तटबंध का निरीक्षण कर नदी के रुख व जलस्तर वृद्धि का हाल जानते हुए अभियंताओं की टीम को तटबंधों पर तैनात रहने का निर्देश दिया है। सीमावर्ती नेपाल में पिछले 24 घंटे के भीतर मूसलाधार बारिश होने से तीन से चार दिनों तक नदी के जल स्तर में वृद्धि जारी रहने की संभावना है। वहीं इस बार जल अधिग्रहण क्षेत्र में औसत बारिश दर्ज की गई है। हालांकि निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बनी हुई है।
वाल्मीकि नगर की दो बरसाती नदी क्रमशः सोनहा व तमसा के पानी से भी गंडक का जलस्तर बढता है। लेकिन नेपाल के पोखरा गंडक नदी जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश का रिकार्ड तो मिल जाता है। लेकिन गंडक नदी से मिलने वाली दो सहायक नदियों सोनहा व तमसा का रिकार्ड नहीं मिल पाता है। इन नदियों में अचानक पानी आ जाने से ही गंडक नदी का जलस्तर यकायक बढ़ जाता है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है।
बड़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से खड्डा रेता क्षेत्र के मरिचहवा, शिवपुर, बाल गोविन्द छपरा, बकुलादह, शाहपुर, विन्ध्याचंलपुर, बसंतपुर, नारायनपुर आदि गांवों के लोग भयभीत हैं। शनिवार की सुबह छितौनी बांध के भैंसहा गेज पर नदी खतरा बिन्दु 98.5 मीटर को छूने को बेताब दिखी। फिलहाल भैंसहा गेज पर नदी का जलस्तर 95.6 मीटर तथा वीरभार गेज पर 94.36 मीटर पर नदी बह रही है।
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Saturday, 4 August 2018
बड़ी गंडक नदी उफनाई, कुशीनगर में बाढ़ का खतरा
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