लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली की मांग लेकर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। बुधवार को इन स्कूलों में शिक्षक स्कूल तो पहुंचे लेकिन अधिकतर शिक्षकों ने पढ़ाने का काम नहीं किया। ऐसे में शिक्षामित्रों ने ही छात्रों को पढ़ाने की कमान संभाले रखी। वहीं कुछ स्कूलों में डीएलएड प्रशिक्षुओं ने बच्चों को पढ़ाया।
इतना ही नहीं कार्य बहिष्कार कर रहे शिक्षकों ने छात्रों को मिड डे मील बांटने में भी सहयोग नहीं किया। यह काम शिक्षामित्रों और मिड डे मील पहुंचाने वाले एनजीओ के जिम्मे रहा। प्राथमिक शिक्षक संघ के महानगर अध्यक्ष संदीप सिंह और महानगर मंत्री अभय प्रकाश ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर से बहाल नहीं किया जाता उनका विरोध जारी रहेगा।
फिलहाल शिक्षकों का यह कार्य बहिष्कार 31 अगस्त तक रहेगा। 31 अगस्त को सभी जिलों के डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे जाएंगे। इसके बाद पुरानी पेंशन बहाली मंच के पदाधिकारी 15 सितंबर तक प्रदेश का दौरा कर आंदोलन को राष्ट्रव्यापी रूप देंगे। प्रदेश के करीब डेढ़ लाख परिषदीय स्कूलों में इस समय लगभग पौने चार लाख शिक्षक हैं। शिक्षक संगठनों की मानें तो इनमें से अधिकतर शिक्षक कार्य बहिष्कार में शामिल हैं।
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