नई दिल्ली। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर ड्रोन हमले में वे बाल-बाल बच गए। न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, शनिवार को मादुरो लाइव टीवी पर स्पीच दे रहे थे, तभी उनके पास विस्फोटक सामग्री से भरा ड्रोन गिरा। हमले में कम से कम सात लोग घायल बताए जा रहे हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी एक ऐसे संदिग्ध विद्रोही समूह ने ली है, जिसमें वेनेजुएला के नागरिक और सेना के लोग शामिल हैं। समूह ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा, ‘ऐसी सरकार को सत्ता में रखना सेना के सम्मान के खिलाफ है, जो ना केवल संविधान को भूल गई है बल्कि जिसने सरकारी दफ्तरों को अमीर बनने का एक जरिया बना दिया है।’
जानकारी के मुताबिक, यह हमला उस समय हुआ, राष्ट्रपति राजधानी कराकस में मिलिट्री के सामने भाषण दे रहे थे। घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मादुरो भाषण देते दिख रहे हैं। हालांकि, हमले में वेनेजुएला के राष्ट्रपति को कोई चोट नहीं आई। सरकार ने बयान जारी कर बताया कि ड्रोन हमले में राष्ट्रपति मादुरो सुरक्षित हैं। मादुरो ने इस हमले के लिए कोलंबिया को जिम्मेदार ठहराया है।
वेनेजुएला नेशनल असेंबली के प्रेसिडेंट डियोज़दादो कैबिलो ने एक ट्वीट कर हमले की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ये हमला राष्ट्रपति की जान लेने के इरादे से किया गया था। इस बारे में वेनेजुएला के सूचना मंत्री जॉर्ज रोड्रिग्ज ने भी कहा कि यह हमला मादुरो पर किया गया था।
सूचना मंत्री के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार शाम 5:41 बजे कुछ धमाके की आवाज हुई जांच से साफ हुआ कि ड्रोन में विस्फोटक बांधकर यह हमला किया गया। मौके पर मौजूद फायरफाइटर्स ने इस हमले को नाकाम कर दिया।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने इस हमले के लिए कोलंबिया को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, ‘यह मुझे मारने की कोशिश थी। आज उन्होंने मेरी हत्या करने की कोशिश की। इस हमले में कोलंबिया के कुछ गुटों का हाथ है। इस हमले के जिम्मेदार कोलंबियाई राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस भी हैं।
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