लखनऊ। कांग्रेस पार्टी ने देवरिया के महिला आश्रय गृह की घटना को बहुत ही शर्मनाक और घिनौनी घटना करार दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि देवरिया की घटना मुख्यमंत्री के घर से मात्र 60-70 कि.मी. के अन्दर है। यह कैसा शासन-प्रशासन है कि एक संस्था जिसका लाइसेंस रद्द हो चुका है, बच्चियों को पालने का कार्य आखिर किसके संरक्षण पर हो रहा है? किसकी अनुमति से चल रहा है? क्या मुख्यमंत्री जो कह रहे हैं कि ठोस कार्यवाही की जायेगी, क्या अभी तक जानबूझकर लचर कार्यवाहियां की हैं जो अब ठोस कार्यवाही करने की बात कर रहे हैं? पिछली तमाम कार्यवाहियों का अब तक कोई परिणाम नहीं निकला है, अब एक और ठोस कार्यवाही की बात कर रहे है? उन्होंने कहा कि जो भी प्रशासनिक अधिकारी और जो भी राजनीतिक व्यक्ति हैं, जिनके संरक्षण में यह हो रहा है, पला है, उन्हें कठोर सजा मिलनी चाहिए। विभागीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
राजबब्बर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार-बार कहते हैं कि बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ, कहीं यह जुमला तो नहीं है? देश में जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है बच्चियों और महिलाओं के साथ बेतहाशा रेप की घटनाएं हो रही हैं, चाहे वह मुजफ्फरपुर (बिहार) हो अथवा अब उ.प्र. में देवरिया हो। जुमलों को बेंचकर बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकते। यही है महिलाओं की सुरक्षा? यही है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के नारे की हकीकत? ढोल में पेल है?
Post Top Ad
Monday 6 August 2018
मुख्यमंत्री जी क्या अभी तक जानबूझकर की हैं लचर कार्यवाहियां : राजबब्बर
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment