नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज तीन जजों को शपथ दिलाई जाएगी। जजों की सीनियरिटी पर शुरू हुई जंग अभी खत्म नहीं हुई है। जस्टिस जोसेफ तीसरे नंबर पर ही शपथ लेंगे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक चीफ जस्टिस ने जजों के शपथ के बाद इस मसले पर विचार का भरोसा दिया है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए जिन तीन जजों की सूची जारी की है उसमें पहला नाम मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी। दूसरा नाम उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विनीत शरण और तीसरा नाम उत्तराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जोसेफ का रखा गया है। जस्टिस जोसेफ को सीनियरिटी में तीसरे नंबर पर रखे जाने पर कुछ वकीलों, जजों और विपक्ष ने सवाल उठा दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के कुछ जजों ने कल चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज कराया और सूत्रों के मुताबिक चीफ जस्टिस ने कहा कि ये मामला शपथ के बाद देखा जाएगा। शपथ के क्रम पर सवाल उठाने वालों का आरोप है कि जस्टिस जोसेफ शपथ लेने वाले बाकी दो जजों से सीनियर हैं क्योंकि वो उन दोनों से पहले हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बन गए थे लेकिन नियमों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में सीनियोरिटी तय करने के लिए हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस बनने की तारीख पैमाना नहीं होती है।
सीनियरिटी के लिए हाईकोर्ट में जज की नियुक्ति की तारीख अहम होती है, यही वजह है कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को सुप्रीम कोर्ट में चुना जाए ये जरूरी नहीं होता। सरकार पर एक आरोप ये भी लगा कि वो जस्टिस जोसेफ को तीसरे नंबर पर इसलिए शपथ दिलवा रही है ताकि जस्टिस जोसेफ चीफ जस्टिस ना बन सकें लेकिन सच्चाई ये है कि आज शपथ लेने वाले तीन जजों में से कोई भी चीफ जस्टिस के पद पर नहीं पहुंच पाएगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी वाई चंद्रचूड इन तीनों से सीनियर हैं। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड नवंबर 2024 में रिटायर होंगे वहीं जस्टिस के एम जोसेफ 16 जून 2023 को रिटायर हो जाएंगे।
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