नई दिल्ली। भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सुनीता विलियम्स एक और इतिहास रचने जा रही है। सुनीता बिलियम्स एकबार फिर अंतरिक्ष की यात्रा पर जाने वाली है। दरअसल नासा ने अपने पहले मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम के लिए अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा की है। इनमें भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स सहित 9 अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं।
दरअसल नासा प्राइवेट अमेरिकी अंतरिक्ष यान से लोगों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र यानी ISS भेजने जा रहा है। यह अंतरिक्ष यान 2019 के मध्य तक पहली बार प्रक्षेपित किया जाएगा। नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टिने ने कहा कि 2011 के बाद हम पहली बार अमेरिकी राकेट पर अमेरिकी जमीन से अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को प्रक्षेपित करने जा रहे हैं। परीक्षण उड़ानों के लिए क्रू के नाम अलावा नासा ने चार अंतरिक्ष यात्रियों के नाम के भी घोषणा की, जो अंतरिक्ष स्टेशन पर पहले परिचालन स्टार्लिनर और ड्रैगन मिशन पर जाएंगे। दोनों वाहनों को नासा के सहयोग से विकसित किया गया है, ताकि वे प्रयोगशालाओं से चालक दल के सदस्यों को पहुंचाया जा सके। नासा के पहले अनुबंधित स्टारलाइनर मिशन पर 45 वर्षीय जोश कासादा 52 वर्षीय सुनीता विलियम्स के साथ उड़ान भरेंगे।
आपको बता दें कि सुनीता विलियम्स अमेरिकी नेवी कैप्टन हैं। उनके पूर्वज भारत में अहमदाबाद से ताल्लुक रखते थे। मई 1987 में उनका चयन अमेरिकी नेवी में हुआ। 1998 में नासा के लिए चुने जाने से पहले उन्होंने 30 से ज्यादा अलग-अलग हेलिकॉप्टर में 3,000 घंटों से ज्यादा की उड़ान भरी थी। उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 322 दिन बिताए हैं। महिला अंतरिक्ष यात्री के तौर पर 5 घंटे 40 मिनट के सर्वाधिक स्पेसवॉक का रिकॉर्ड भी उनके नाम है।
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