
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिला में दिल को दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपल गांव में सोमवार की देर रात घर के भीतर एक ही परिवार के पांच लोगो के शव मिलने से सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और घर का दरवाजा तोड़कर भीतर घुसी। यहां कमरे में तीन बेटियों की लाश पड़ी थी। छानबीन में महिला का शव फ्रिज के भीतर बंद मिला। घर के अंदर तेज आवाज में टीवी चल रही थी। इसके चलते अंदर की चीखें दब गईं और किसी को वारदात के बारे में नहीं पता चल पाया। वहीं पति फांसी पर लटका मिला।
इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल बन गया। मौके पर पहुंचे इलाहाबाद एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि सभी के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस हत्या की वारदात को अंजाम क्यों दिया गया इसकी जांच की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि पुलिस की गिरफ्तारी के डर से घटना को अंजाम दिया है। एसएसपी ने बताया कि घर के भीतर ही बाहर के गेट की चाभी रखी थी। उन्होंने बताया कि हत्या की घटना को आरोपी ने किसी हथियार से नहीं बल्कि मुंह और गला दबाकर अंजाम दिया है। फिलहाल तफ्तीश जारी है पीएम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
जानकारी के मुताबिक, मनोज उर्फ भुल्लू कुशवाहा (35) किसानी करता था। वह पत्नी श्वेता (30) बेटी प्रीति (8), शिवानी (6), श्रेया (3) और अपने पिता गुलाब चंद्र के साथ रहता था। कहा जा रहा है कि गुलाब दोपहर में खेत में कुछ काम कराने के लिए चले गए। इसी बीच मनोज ने पत्नी व तीनों बच्चों की हत्या करके दरवाजे में भीतर से ताला लगा दिया। शाम करीब साढ़े पांच बजे गुलाब खेत से लौटे तो दरवाजा खटखटाया। कई बार कुंडी खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो आवाज लगाई। इसके बाद भी कोई उत्तर नहीं मिला। कुछ ही देर में वहां आसपास के लोग जमा हो गए। सूचना पर सीओ व धूमनगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
दरवाजा तोड़वाकर पुलिस भीतर दाखिल हुई तो वहां की हालत देख दंग रह गई। एक कमरे में मनोज फांसी के फंदे पर लटक रहा था। एक बेटी की लाश जमीन पर पड़ी थी और उसके नाक व मुंह से खून बह रहा था। पुलिस ने फ्रिज खोला तो उसमें पत्नी की लाश, आलमारी में दूसरी बेटी की और सूटकेस में तीसरी बेटी का शव मिला। कुछ ही देर में एसएसपी, एसपी सिटी ने फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉयड के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। गांव में चर्चा है कि मनोज जुआ खेलता था और काफी पैसा हार गया था। इसके चलते वह ऐसी घटना कर सकता है। फिलहाल एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि अभी कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, जांच की जा रही है। शहर में सोमवार की रात रोंगटे खड़े कर देने वाली एक घटना से सनसनी फैल गई। धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपलगांव में रहने वाले किसान मनोज कुशवाहा ने पत्नी व तीन बच्चों की हत्या करके खुद फांसी के फंदे पर लटककर जान क्यों दे दी? घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस अधिकारी पहुंचकर छानबीन कर रहे हैं। कर्ज समेत कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
यूपी के इलाहाबाद जिला के धूमनगंज के पीपल गांव में वहशीपन की हद दिखाई दी। हैवान बन जिस ढंग से मनोज ने अपनी पत्नी और तीन मासूम बेटियों को कत्ल किया उससे इंसानियत भी शर्मसार हो गई। घर के भीतर का नजारा देख पुलिस अफसरों का भी कलेजा कांप गया। पत्नी बेटी की हत्या अलग बात है लेकिन मनोज ने हत्या के बाद शवों के साथ जो किया वह उसके मानसिक रोगी होने की कहानी बयां कर रहा है।
क्राइम सीन देखने के बाद आला अफसर जिस नतीजे पर पहुंचे वह भी रिश्तों को कलंकित करने जैसा है। मनोज के पिता गुलाब चंद की मानें तो दोपहर बारह बजे तक सबकुछ ठीक था। वह खेत से खाना लेने आए तो मनोज, उसकी पत्नी संगीता उर्फ श्वेता कमरे में मौजूद थे। आठ साल की सृष्टि नहा रही थी, जबकि छोटी बहनें सोनू और शिवानी खेल रही थीं। वह खाना लेकर चले गए। इसके बाद की कहानी अंदाजों पर ही टिकती है।
सिगांरदान का शीशा टूटा मिला
एसएसपी नितिन तिवारी की मानें तो दोपहर में किसी वक्त मनोज और उसकी पत्नी संगीता का झगड़ा हुआ। शवों को देखने से लगता है कि कमरे में मारपीट हुई। सिगांरदान का शीशा टूटा मिला है। पति-पत्नी में जब झगड़ा हुआ तब बच्चे दूसरे कमरे में थे। ऐसे में मनोज ने पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद शव को घुटने से मोड़कर फ्रिज में डाल दिया। इसके बाद उसने बड़ी बेटी को बुलाया। गला दबाकर हत्या की और लाश आलमारी में डाल दी। छोटी बेटी शिवानी को मारकर शव सूटकेस में डाल दिया। माना जा रहा है कि ऐसा उसने बारी बारी किया। पत्नी का शव फ्रिज में इसलिए छिपाया ताकि बच्चों को पता न चले और वह चीखें नहीं। इसके बाद बारी-बारी सबको मारता गया। आखिरी बच्ची को मारने के बाद उसे शव छिपाने की जरूरत नहीं पड़ी। इसलिए उसका शव जमीन में ही पड़ा मिला। इसके बाद वहशी ने पंखे से साड़ी का फंदा बनाया और फांसी लगा ली।
हत्या से पहले तेज आवाज में टीवी-टेपरिकार्डर बजाया
पत्नी से झगड़ा होने के दौरान मनोज ने कत्ल की योजना बना ली थी। चूंकि उसी मकान के दूसरे हिस्से में उसके भाई गोपाल का परिवार रहता है, ऐसे में उसने पत्नी को मारने से पहले टीवी तेज आवाज में चला दी। इतना ही नहीं कमरे में टेपरिकार्डर भी आन मिला। मतलब आवाज बाहर न जाए इसका इंतजाम उसने किया फिर बारी- बारी सबका कत्ल किया।
दरवाजे में ताला लगाया, चाबी कमरे में रखी
मनोज के हिस्से में बड़ा आंगन, फिर एक कमरा और उसकी कमरे के रास्ते दूसरा कमरा है। ऐसे में अंतिम कमरे में क्या हो रहा यह किसी को पता नहीं चल सकता था। इसके बाद भी मनोज ने पहले आगे के कमरे में अंदर से ताला लगाया। चाबी दूसरे कमरे में रख दी। पुलिस जब पहुंची तो उसे लकड़ी का दरवाजा काटना पड़ा।
एक घंटे घटनास्थल पर बिताने के बाद निकाला नतीजा
पांच मौतों के इस रहस्य में अफसरों ने काफी माथापच्ची की। एडीजी एसएन साबत, आइजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी नितिन तिवारी ने घटनास्थल पर मंथन किया। शवों की कंडीशन के बाद साफ हुआ कि कमरे में क्या हुआ होगा।
खुद को मौत देने में भी लगाई ताकत
अब तक जो तथ्य सामने आए हैं उससे नतीजा निकाला जा रहा है कि पत्नी और बेटियों की हत्या करने के बाद वहशी मनोज ने खुद को मौत देने में भी ताकत लगाई। चूंकि जिस कमरे में यह सब हुआ वह बहुत छोटा है। छत भी नीचे है, ऐसे में मनोज ने पंखे में साड़ी बांध ली। ऐसे में वह नीचे तक खिंच गया। उसके पैर जमीन में पूरी तरह टिके थे यहां तक की घुटने भी मुड़े हुए थे। माना जा रहा है कि मनोज ने पैर टिकने के बाद भी गला कसा ताकि वह मर सके।
फ्रिज में महज संगीता और टमाटर
मनोज ने पत्नी संगीता को मारने के बाद उसे फ्रिज में ठूंस दिया। फ्रिज भी छोटी साइज की है, ऐसे में उसने सामान रखने वाले सारे खांचे फ्रिज के बाहर कर दिए। फिर पत्नी का घुटना मोड़ फ्रिज में ठूंस दिया। फ्रिज में महज संगीता और टमाटर रखे थे।
भयाहू ने सुनी थी बच्ची की चीख
मनोज के घर में दोपहर में टीवी की तेज आवाज आ रही थी। इसी दौरान बगल में रहने वाली मनोज की भयाहू को एक बच्ची की चीख सुनाई दी। कुछ आशंका होने पर उसने ग्राम प्रधान को खबर दी। प्रधान ने मनोज के पिता और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़वाया।
याद आया करेली और सीमैट कालोनी कांड
पीपल गांव में पांच मौतों की सनसनी से एक बार फिर दिल दहला देने वाली कई घटनाओं की याद जाता हो गई। ढाई महीने पहले कर्नलगंज की सीमैट कालोनी में कमिश्नरी के स्टेनो रणजीत यादव ने अपनी पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। साइकिल रणजीत शवों के साथ रातभर कमरे में रहा और सुबह निकल भागा। वह अब तक फरार है। इसी प्रकार करेली के अबू बकर मस्जिद के पास सोनार ने पत्नी, बेटी और ससुर को चाकू से काट डाला था। इसके पहले एकौनी गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर सनसनी फैला दी गई थी।
बच्चियों का शव देख भर आईं एसएसपी की आंखें
पीपल गांव में हुआ घटनाक्रम हर किसी का कलेजा कंपा गया। मासूम बच्चियों का शव जब आलमारी, सूटकेस से निकाला गया तो एसएसपी नितिन तिवारी की आंखें भर आईं। एसएसपी रुमाल निकाल कमरे से बाहर आ गए। उनका गला रुंध गया। एक बच्ची का शव आलमारी से निकाल बिस्तर पर रखा।
इस संबंध में एडीजी एसएन साबत ने बताया कि कमरे के अंदर जाने का कोई और रास्ता नहीं है। ऐसे में यही लगता है कि मनोज ने पत्नी और तीनों बच्चों की हत्या के बाद खुद फांसी लगा ली। गला घोंटा गया या जहर यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगा।
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