लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 68वें जन्मदिन पर सोमवार को प्रदेश के 29 जेलों में बंद 68 बंदियों की रिहाई का निर्णय लिया है। आज रिहा किए गए बंदी ऐसे सिद्ध दोष बंदी हैं, जो न्यायालय द्वारा दी गई सजा भोग लिए हैं, लेकिन निर्धन व असहाय होने के कारण अर्थदण्ड न जमा कर पाने के कारण अतिरिक्त सजा भोग रहे थे।
कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के प्रमुख सचिव अरविन्द कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री के 68वें जन्म दिवस पर उनकी आयु के बराबर प्रदेश के कारागारों में निरुद्ध 68 सिद्ध दोष बंदियों को आज रिहा किया जा रहा है। ये ऐसे सिद्ध दोष बंदी हैं, जो न्यायालय द्वारा दी गई सजा भोग लिए हैं, लेकिन अर्थदण्ड न जमा कर पाने के कारण अतिरिक्त सजा भोग रहे हैं।
अरविन्द ने कहा कि इस संबंध में समस्त कारागारों के वरिष्ठ अधीक्षक व अधीक्षक को आदेश जारी कर दिए गए हैं। कारागारों ने निरुद्ध बंदियों को किसी स्वयं सेवी संस्था/समाज सेवी संस्था/क्लब/ट्रस्ट के सहयोग से अर्थदण्ड जमा कराकर उनको कारागार से रिहा करने के लिए कारागार वरिष्ठ अधीक्षक को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि आज केंद्रीय कारागार वाराणसी के दो बंदियों समेत जिला जेल लखनऊ के तीन, बाराबंकी के चार, सुल्तानपुर के दो, रायबरेली व बहराइच के एक-एक बंदियों को रिहा किया गया है। वहीं केंद्रीय कारागार नैनी, जिला जेल कानपुर देहात, शाहजहांपुर, फतेहपुर, सोनभद्र, मेरठ, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी, बरेली, देवरिया व इटावा के एक-एक, गाजियाबाद, हरदोई, मथुरा, सिद्धार्थनगर व झांसी के दो-दो, अलीगढ़ व गौतमबुद्धनगर के तीन-तीन,वाराणसी व मुरादाबाद केचार-चार, गोरखपुर के छह और आगरा व कानपुर नगर के सात-सात बंदी रिहा किए गए हैं।
रिहा किए जा रहे बंदियों में राहुल, उदयवीर, सुल्तान, धर्मपाल, रफीक, गब्बर सिंह, अमित सिंह, राकेश शर्मा, अतुल गुप्ता, सुरेश कुमार, लक्ष्मण, बृजेश, छोटे रैदास, राजेश सिंह, राजकुमार पाण्डेय आदि शामिल हैं।
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Monday, 17 September 2018
मोदी के जन्मदिन पर कैदियों को मिला रिहाई का तोहफा
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