लखनऊ। एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर (नार्थ) विवेक तिवारी की सिपाही प्रशांत चौधरी ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में चश्मदीद सना खान से पुलिस ने सादे कागज पर दस्तखत लेकर मनमानी तहरीर लिखकर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज दोनों सिपाही प्रशांत और संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सरकार ने मुआवजे और नौकरी का लिखित आश्वासन दिया तो परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। रविवार को अंतिम संस्कार में राज्य सरकार के मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन भी पहुंचे। वहीं विवेक के परिवार से मिलने कांग्रेस नेता राज बब्बर भी पहुंचे। मृतक के घर नेताओं का आना जाना लगा रहा। वहीं मृतक की पत्नी ने भी तहरीर दी है।
इधर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में आईजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में बनाई गई एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। रविवार दोपहर एसआईटी की टीम घटनास्थल पर पहुंची। यहां घटना को नाट्य रूपांतरण कर क्राइम सीन को फिर से दोहराया गया। उधर, पीड़ित परिवार से मिलने के लिए एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण, एसएसपी कलानिधि नैथानी के साथ विवेक के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से घटना के संबंध में पूरी जानकारी ली और मदद का पूरा भरोसा दिलाया।आईजी ने बताया कि क्राइम सीन एरिया की बैरिकेडिंग कर टीम हर पहलुओं पर बारीकी से नजर रख रही है।
उन्होंने कहा कि हम घटनास्थल का बारीकी से मुआयना कर रहे हैं। यहां से हमें जो भी सबूत के तौर पर चीजें मिल रही हैं, हम उसे एकत्रित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसआईटी के सहयोग के लिए हमने फोरेंसिक साइंस के एक्सपर्ट को भी साथ रखा है। बताया कि बैलिस्टिक एक्सपर्ट्स की भी हमें काफी जरूरत पड़ेगी, इसलिए उन्हें भी टीम में शामिल किया गया है। गोली किस एंगल से चली, कहां और कैसे चलाई गई, इन सवालों के जवाब बैलिस्टिक विशेषज्ञ ही दे सकते हैं। आईजी ने कहा कि वारदात में शामिल गाड़ियां, विवेक की एसयूवी और पुलिस की बाइक की भी जांच फोरेंसिक और बैलिस्टिक विशेषज्ञ करेंगे।
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