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Monday, 17 September 2018

करोड़ो के राशन वितरण घोटाले में चार गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार

लखनऊ/गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आधार नम्बर और बायोमेट्रिक प्रणाली में गड़बडी कर करोड़ों का राशन घोटाला करने के मामले में सोमवार को और चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के सूरजपुर से गिरफ्तार किए गए चारों लोगों के पास से 1 कम्प्यूटर व सीपीयू , दो ई-पास मशीन, मोबाइल फ़ोन और राशन कार्ड में आधार अपडेट करने के लिए आपूर्ति विभाग द्वारा भराये गये फार्म व आधार कार्ड के दो बन्डल समेत तमाम दस्तावेज बरामद हुए है। बता दे कि इस मामले में रविवार को एसटीएफ ने लखनऊ से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
यूपी एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि पकड़े गए लोगों में नेम सिंह, सौरभ सिंह व सोनू उर्फ राम कुमार शाक्य निवासीगण गौतमबुद्धनगर और गौरव जोशी उर्फ हैप्पी निवासी मेरठ है। इन लोगां को कल गिरफ्तार हुए नोएडा निवासी पुष्पेन्द्र पाल से मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ फील्ड इकाई नोएडा ने सोमवार को गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के सूरजपुर इलाके से गिरफ्तार किया। यह लोग भी लोग आधार कार्ड के नम्बर में बदलाव कर और डेटाबेस में छेड़छाड़ कर ई-पास मशीन से हजारों कुन्तल गेंहू-चावल की खरीद-फरोख्त कर करोड़ों के गबन में शामिल थे।
आरोपी नेम सिंह ने बताया कि वह कम्प्यूटर आपरेटर है। वह खाद्य एवं रसद विभाग ने दिसम्बर 2017 में राशन कार्डो के सामने आधार नम्बर की सीडिंग के लिए कोसी कम्प्यूटर इन्टीट्यूट को काम दिया गया था। उस वक्त वह भी वहीं काम करता था। वहीं कार्य के दौरान डीएसओ (जिला पूर्ति अधिकारी) द्वारा बनाकर दिए गए लॉगिन एवं पासवर्ड के जरिए उसे आधार नम्बर में गड़बड़ी कर लगभग 400 ट्रॉजेक्शन किए और कई कोटेदारों की ई-पास मशीन का इस्तेमाल कर राशन निकाला है। आरोपी ने बताया कि इस काम में उसका भाई बिजेन्द्र भी सम्मिलित है और उसके द्वारा लगभग 600 बार अपनी आईडी एवं अंगूठा का इस्तेमाल कर कईकोटेदारों के यहॉ से फर्जी तरीके से राशन निकाला है।
वहीं सोनू उर्फ राम कुमार शाक्य ने बताया कि वह 6-7 साल से क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के यहॉ प्राइवेट ड्राईवर के रूप में काम करता है। वह क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के ऑफिस में भी रहता था जहॉ पर उसने भी आधार फीडिग का कार्य सीख लिया था। इसी दौरान उसकी जान पहचान जिले के कोटेदारों व कम्प्यूटर ऑपरेटर से हो गई। उसको ऑफिस से यूजर आईडी व पासवर्ड आसानी से मिल जाती थी और इसी का फायदा उठाकर उसने फर्जी राशन वितरण कराया है।
एसएसपी ने बताया कि चारों आरोपियों को गौतमबुद्धनगर के सम्बंधित मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड की कार्यवाही की जा रही है।

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