लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के पार्षद हर्षित दीक्षित पर हमले से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार की सुबह हुसैनगंज थाने का घेराव कर दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्राधिकारी, निरीक्षक, उपनिरीक्षकों के सामने ही यूपी पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाये। इस दौरान भाजपा पार्षद के समर्थकों ने थाने के भीतर प्रदर्शन के दौरान गंदगी और कूड़ा डालना शुरू कर दिया। इसके बाद एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली प्रभारी आनंद प्रकाश शुक्ला को हटा दिया। एसएसपी ने बताया कि इन्स्पेक्टर आनंद प्रकाश शुक्ला को एसपी पूर्वी सर्वेश मिश्रा कार्यालय भेज दिया गया है और थाने के अतिरिक्त इंस्पेक्टर इरशाद त्यागी को चार्ज दिया गया है। इस घटना में आंनद प्रकाश शुक्ला की कितनी लापरवाही है उसकी जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, मामला हुसैनगंज थाना क्षेत्र के उदयगंज इलाके का है। सुबह तड़के 3:00 बजे के करीब पार्षद हर्षित दीक्षित के मकान के सामने सो रहे आटो चालक मनोज मिश्रा को उन्हें डाटकर वहां से जाने को कहा तो मनोज ने ईंट से पार्षद पर हमला कर दिया। इससे पार्षद हर्षित का सिर फट गया। उन्होंने घटना के सम्बन्ध में स्थानीय थाने पर फोन से सूचना दी। जानकारी होते ही मौके पर आयी हुसैनगंज थाने की पुलिस ने पार्षद की तहरीर पर आरोपी मनोज मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। समर्थकों का आरोप है थाने में हमले की सूचना होने के बाद में थानाध्यक्ष आंनद प्रकाश शुक्ला मौके नहीं पहुँचे जिसको लेकर क्षेत्र की जनता और समर्थकों में काफी आक्रोश देखने को मिला।
भाजपा पार्षद पर हमले की सूचना पर कई पार्षद व नेता थाने पहुँच गए और थानाध्यक्ष को निलंबन की मांग कर थे। उनका कहना है जब एक पार्षद के ऊपर हमला हो रहा है तो आम जनता का क्या होगा। भाजपा पार्षद के हमले के विरोध में नगर निगम सफ़ाई कर्मचारियों ने भी कार्य का बहिष्कार कर दिया। उनका कहना है हमारे पार्षद पर हमले के आरोपियों को जब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक वो कार्य नही करेगें। मामले को बढ़ता देख मौके पर एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार समेत कई थानों की पुलिस मौके पर बुलाई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मनोज के विरुद्ध धारा 307 के तहत जानलेवा हमला करने का मुकदमा पंजीकृत किया है।
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