न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दिवाली पर किए गए ट्वीट को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। ट्रंप ने अपने ट्वीट में दिवाली को ’बौद्धों, सिखों और जैनियों का त्योहार’ लिखा है।
ट्रंप के ट्वीट में स्पष्ट रूप से हिंदुओं को छोड़े जाने की चूक से लोगों ने नाराजगी जताई है।
हालांकि, एक अन्य ट्वीट में ट्रंप ने कहा, “मेरे लिए व्हाइट हाउस में हिंदू पर्व दिवाली का समारोह आयोजित करना बहुत ही सम्मान की बात है।“
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दिवाली समारोह का आयोजन मंगलवार को हिंदू परंपरा के अनुसार किया।
यह विवाद ट्रंप के ट्वीट से पैदा हुआ। ट्रंप के ट्वीट उनके भाषण पर आधारित थे, जो क्रम में नहीं थे और ऐसा पहले ट्वीट को डिलीट करने के बाद फिर से पोस्ट करने की वजह से हुआ।
ट्रंप ने दिवाली के मौके पर एकत्र हुए लोगों को काफी प्रभावशाली व बहुत ही महत्वपूर्ण बताया।
ट्रंप ने अपना पहले से तैयार भाषण पढ़ा। ट्रंप ने
भाषण में कहा, “मैं हिंदू प्रकाश पर्व दिवाली के समारोह में भाग लेकर रोमांचित हूं और मैं व्हाइट हाउस में इस खूबसूरत त्योहार को आयोजित कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।“
उन्होंने अपने दिवाली भाषण को बीच में रोक कर कैलिफोर्निया में जंगल की आग से हुई तबाही का भी जिक्र किया, जिसमें 40 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। उन्होंने अग्निशमन कर्मियों का आभार जताया और पीड़ितों को मदद का भरोसा दिया।
इसके बाद वह फिर से दिवाली भाषण पर लौटे। उन्होंने अपने भाषण में कहा, “हम आज अमेरिका में व दुनिया भर में बौद्धों, सिखों और जैनियों द्वारा मनाए जाने वाले बहुत ही विशेष त्योहार को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।“
लेकिन ट्रंप के दूसरे ट्वीट के आने से पहले ही सोशल मीडिया पर चंद सेकेंड बाद ही तेजी से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। ट्रंप ने अपने दूसरे ट्वीट में हिदुओं के त्योहार की बात शामिल की।
ट्रंप का पहला ट्वीट दिवाली के भाषण के दूसरे हिस्से से किया गया था, जिसे लेकर उन्हें ट्रोल का शिकार होना पड़ा।
एक प्रतिक्रियाकर्ता टॉम फिलिप्स ने ट्वीट किया, “ट्रंप के ट्विटर खाते ने एक दिवाली का ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें हिदुओं का उल्लेख नहीं किया गया। इसके बाद इसे डिलीट किया गया, फिर इसे दूसरे लिंक से पोस्ट किया गया, फिर भी इसमें हिंदुओं को शामिल नहीं किया गया।“
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