बेंगलुरु। केंद्रीय क्राइम ब्रांच ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके अलावा क्राइम ब्रांच ने उनके खास माने जाने वाले अली खान को भी गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पुष्टि करते हुए केंद्रीय क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हमने गवाहों के बयानों और भरोसेमंद सूबतों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है। हम रकम की रिकवरी करेंगे और उसे निवेशकों को लौटाएंगे।
बता दें कि इससे पहले 600 करोड़ रुपये के पोंजी घोटाला मामले में तीन दिनों से बचने की कोशिश कर रहे कर्नाटक के पूर्व मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी शनिवार को प्रदेश के केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश हुए। पुलिस ने उन्हें “फरार” करार दिया था। उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों को “राजनीतिक साजिश” करार दिया है।
जनार्दन रेड्डी अपने वकीलों के साथ एक कार में सीसीबी कार्यालय पहुंचे। रेड्डी के करीबी अली खान भी पूछताछ के लिए पुलिस के समक्ष पेश हुए। संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि रेड्डी से शनिवार शाम चार बजे पूछताछ शुरू की गई जो रातभर चली। जबकि अली खान को संक्षिप्त पूछताछ के बाद घर जाने दिया गया क्योंकि वह अंतरिम जमानत पर हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस उचित समय पर उचित कार्रवाई करेगी।
इससे पहले जनार्दन रेड्डी ने अज्ञात स्थान से एक वीडियो संदेश जारी कर सीसीबी के समक्ष पेश होने की घोषणा की। यह संदेश टीवी चैनलों पर प्रसारित भी किया गया। इसमें उन्होंने साफ किया कि वह फरार नहीं हैं और न ही हैदराबाद में हैं। वह शहर (बेंगलुरु) में ही हैं। उन्हें भागने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। पुलिस के पास उन्हें गलत साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है। पुलिस मीडिया को गुमराह कर रही है।
कर्नाटक की भाजपा सरकार में मंत्री रहे जनार्दन रेड्डी ने कहा कि वह बिल्कुल भी घबराए हुए नहीं हैं क्योंकि न तो पुलिस की एफआईआर में उनका नाम है और न ही उन्हें कोई नोटिस जारी किया गया था। अब पुलिस ने नोटिस जारी किया है तो वह नोटिस के मुताबिक शनिवार को सीसीबी में पेश हो रहे हैं। सीसीबी ने उन पर घोटाले के आरोपितों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच से बचाने का आरोप लगाया है। इससे पहले अपराध शाखा ने रेड्डी के बेल्लारी स्थित आवास पर छापेमारी भी की थी। बता दें कि शुक्रवार को शहर की एक अदालत ने उन्हें अग्रिम जमानत प्रदान करने से इन्कार कर दिया था। इसके अलावा वह पहले से करोड़ों रुपये के खनन घोटाले में जमानत पर हैं।
मालूम हो कि अली खान ने ऐम्बिडेंट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के सैयद अहमद फरीद को ईडी की जांच से बचाने के लिए कथित तौर पर 20 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इस कंपनी पर पोंजी स्कीम घोटाले में शामिल होने का आरोप है।
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