लखनऊ। एसटीएफ, उ.प्र. ने प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र में धांधली करने वाले गिरोह के सरगना तीन मुख्य अभियुक्तों सहित 19 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 14 लाख रुपये की नकदी, 09 अदद निर्वाचन कार्ड और 12 अदद आधार कार्ड समेत कुछ अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
सभी गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना-गाजीपुर, लखनऊ में दाखिल कर उसके विरद्व मु0अ0सं0- 1269/2018 धारा-409/420/467/468/120 बी भादवि व 66 आई0टी0 एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। आगे की विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
पूछताछ के दौरान कई विद्यालयों एवं उनके प्रबन्धकां के नाम भी प्रकाश में आये हैं, जो गैंग की पूर्व में मदद किये हैं, इनकी जॉच एसटीएफ द्वारा की जा रही है। जाँच में दोषी पाये जाने पर इनके विरुद्ध आगे वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। इस गैंग के अन्य सक्रिय सदस्य रविकान्त वर्मा, रजनीकान्त व प्रवीण फरार हैं, जिनकी गिफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
इस सम्बन्ध में एसटीएफ, उ.प्र. के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने आईपीएन को बताया कि एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डा0 शरद कुमार सिंह, उत्तम कुमार व चन्द्रप्रकाश शुक्ला एक गिरोह बनाकर बड़े पैमाने पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाआें के पेपर में धांधली कराने में कई वर्षो से सक्रिय हैं। पता लगा कि 22 दिसम्बर को उ.प्र. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा पूरे प्रदेश में आयोजित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं समाज कल्याण पर्यवेक्षक परीक्षा-2018 में भी यह गैंग सक्रिय होकर पेपर में धांधली करा रहा है। मिली सूचना पर लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों में जहाँ इस परीक्षा के सेण्टर पड़े हुए थे, उनसे गैंग के सदस्यां सहित गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान गिरोह के मास्टर माइन्ड डा0 शरद ने बताया कि वह व उसके साथी अपने आस-पास के लोगों एवं अपने सम्पर्क सूत्रों के माध्यम से अभ्यर्थियों को खोजते हैं व उनसे उनका इग्जाम क्लियर कराने के लिये 10-12 लाख रुपये में डील तय करते है, और सम्बन्धित अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड व डेढ़ से दो लाख रुपये एडवान्स लेते हैं। एडवान्स लेने के बाद उत्तम के माध्यम से स्कूल प्रबंधकों/प्रधानाचार्यों से मिलकर रुपयों से सेटिंग करके परीक्षा हाल में अपने द्वारा भेजे गये आदमियों की ड्यूटी लगवा देते हैं। ड्यूटी लगे आदमी का काम यह होता है कि सम्बन्धित अभ्यर्थी को प्राप्त सिरीज का पेपर मुझे व्हाट्सएप पर भेज देते हैं, फिर मैं उत्तम और चन्द्रप्रकाश शुक्ला विभिन्न साल्वरो के माध्यम से पेपर साल्व करके आन्सरकी ड्यूटी में लगे अपने आदमी को वापस भेज देते हैं। ड्यूटी लगे व्यक्ति का काम यह होता है कि इग्जाम समाप्त होने के तुरन्त बाद अभ्यर्थी द्वारा खाली छोड़ी गयी ओएमआर शीट को मेरे द्वारा भेजी गयी आन्सरकी को भर कर उसकी फोटो खींचकर मुझे व्हाट्सएप कर देना है, या बाहर आने के बाद मुझे दिखा देना है उसके बाद आश्वस्त होने पर हम ड्यूटी लगे व्यक्ति को तय रुपये दे देते हैं।
गैंग के सरगनाः-
1- डा0 शरद कुमार सिंह 2- उत्तम कुमार 3- चन्द्र प्रकाश शुक्ला
स्कूल प्रबंधक :-
1- अनिल कुमार सिंह, नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, मुकेश पटेल पुत्र रामपाल पटेल नि0-1092 हरिओम नगर, थाना कृष्णानगर, जिला लखनऊ। (प्रबन्धक/प्रधानाचार्य)
कक्ष निरीक्षकः-
1- आनन्द कुमार 2- मनोज कुमार सिंह 3- आनंद वर्मा 4- आनन्द कुमार 5- वैभव कुमार 6- प्रान्शू वर्मा 7- धनंजय चौधरी8- संदीप कुमार 9- शैलेन्द्र कुमार
अभ्यर्थीः-
1- परमात्मा 2- शैलेश वर्मा 3- कमलेश कुमार 4- नीरजपाल
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