मुंबई- महाराष्ट्र में एक नई राजनीतिक पार्टी ने दस्तक ने दी है और राज्य की सभी 48 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इस पार्टी का नाम जन अधिकार पार्टी (जेएपी) है, जिसके संस्थापक व अध्यक्ष यूपी के पूर्व मंत्री बाबूलाल सिंह कुशवाहा हैं। कुशवाहा मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। बसपा से अलग होकर उन्होंने अपनी पार्टी बनाई है।
सोमवार को मुंबई प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने बताया कि जाप की महाराष्ट्र इकाई का गठन 14 अप्रैल 2018 को पुणे में किया गया था। अब तक राज्य में एक लाख से ज्यादा सदस्य बन चुके हैं। सदस्यता अभियान जारी है। महाराष्ट्र के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे देश के प्रमुख राज्यों में जाप का फैलाव है। जाप महाराष्ट्र की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और किसी अन्य पार्टी से चुनावी गठजोड़ नहीं किया जाएगा। जाप अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही अन्य राज्यों में भी जाप दमदार उपस्थिती दर्ज कराएगी। कुशवाहा ने कहा कि श्रवर्णो को दिए गए 10 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ उनकी पार्टी नहीं है। परंतु देश की आबादी के समानुपात में लोगों को नौकरी, व्यवसाय, राजनीति, शिक्षा और खेल-कूद इत्यादि क्षेत्रों में भागीदारी मिलनी चाहिए।
कुशवाहा ने बताया कि संविधान के प्रस्तावना में हर नागरिक को समानता का अधिकार दिया गया है। आज के शोषित, वंचित, पिछड़ो, अति पिछड़ो, अल्पसंख्यकों और किसानों को इस अधिकार से वंचित रखा गया है। जिन्हें हमने सत्ता में भेजा वे इनको न्याय नहीं दिला सके। उन्होंने कहा कि बसपा, आरपीआई जैसे दल भी समाज को न्याय नहीं दिला सके, जिसके कारण उनका अस्तित्व न के बराबर है।
कुशवाहा के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में 13 हजार सरकारी स्कूल बंद करा दिए। सरकारी स्कूलों में गरीबों व जरूरतमंदों के बच्चे पढ़ते हैं। फडणवीस सरकार इन स्कूलों को फिर से शुरू कराए। साथ ही शिक्षा का स्तर सुधारे। उन्होंने कहा कि एक समान शिक्षा नीति व उच्च शिक्षा का अधिकार, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, बेरोजगारी को खत्म करना और आय के स्त्रोत बढ़ाना, महिलाओं की सुरक्षा व सबलीकरण, मछुआरों, किसानों और मेहनतकश मजूदरों के जीवन स्तर में सुधार आदि जाप के मुख्य उद्देेश्य हैं।
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