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Friday 8 February 2019

जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद हुई 38, अब तक 10 पुलिसकर्मी निलंबित

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सरकार कोई भी हो पुलिस व आबकारी विभाग की नाक के नीचे अवैध शराब का धंधा बदस्तूर जारी रहता है। ताजा मामला सहारनपुर और कुशीनगर जिला का है यहां जहरीली शराब पीने से 24 घंटे के भीतर 38 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें सहारनपुर में 18 और कुशीनगर में 10, उत्तराखंड के रुड़की में 10  लोगों की मौत हुई है। अभी कई लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। जहरीली शराबकांड में अब तक 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछली सरकारों की तरह इस सरकार में भी निचले स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करके खानापूर्ति कर दी जायेगी। बड़ों पर कार्रवाई होने की उम्मीद बहुत कम दिखाई दे रही है। आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने सहारनपुर और कुशीनगर के जिला आबकारी अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है। मौतों के बाद आबकारी विभाग के अफसर जागे और अपनी गर्दन बचाने के लिए टीमें गांवों में भेजी जो खाक छानती रही हैं। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि इतनी मौतों से गावों में कोहराम मचा हुआ है।

मृतकों के परिजनों को दो लाख मुआवजे की घोषणा
सहारनपुर व कुशीनगर में जहरीली शराब से हुई मौतों व गंभीर हालत में अस्तपाल में इलाज करवा रहे लोगों के परिजनों के लिए यूपी सरकार ने मुआवजे की घोषणा कर दी है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये व गंभीर बीमार लोगों के परिजनों को 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने साथ ही मामले के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से गुरुवार को चार और मौतें हो गईं। अब तक कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच बीमार लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। वैसे प्रशासन सात लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है, जबकि दो की मौत बीमारी से बता रहा है।

नागल थाना के गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब का कहर
जानकारी के अनुसार, सहारनपुर में नागल क्षेत्र के गांव उमाही में शराब के सेवन से मरने वालों में 48 वर्षीय इमरान, 32 वर्षीय पिंटू, 32 वर्षीय कमरपाल और 30 वर्षीय अरविंद बताए जा रहे हैं। वहीं जहरीली शराब पीने से अन्य दस लोगों की हालत बेहद गंभीर है। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि पिंटू नाम का युवक गुरुवार को बाहर से गांव में शराब लेकर आया था। इसके अलावा गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव शरबतपुर में भी जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 40 वर्षीय दीपचंद पुत्र कुबूल सिंह निवासी गांव माली को पौने ग्यारह बजे मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया। गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब पीने से सत्यवान पुत्र बलवंत और संजय पुत्र यशपाल की मौत हो गई है, जबकि तीन लोगों की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि जहरीली शराब पीने से गांव माली, शरबतपुर, सलेमपुर और उमाही में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

कुशीनगर में जहरीली शराब के सेवन से 9 ने तोड़ा दम
वहीं, कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से चार और मौतें हो गईं। अब तक कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी हैं, जबकि पांच गंभीर हैं। वैसे प्रशासन सात लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है, जबकि दो की मौत बीमारी से बताई जा रही है। उधर, इस मामले में जहां तरयासुजना के इंस्पेक्टर लाइनहाजिर कर दिए गए वहीं हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक समेत पांच सिपाही भी निलंबित किए गए हैं। क्षेत्र के बेंदूपार खलवा टोला निवासी रामवृक्ष (26) और नौका टोला निवासी रामनाथ शाहर (45) की गुरुवार की सुबह कच्ची जहरीली शराब पीने से मौत हो गई, जबकि बुधवार की रात खैरटिया निवासी विजय (46) और ओम दीक्षित (28) ने शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया था।

इन दोनों की मौत के पीछे भी घर वालों ने जहरीली शराब का सेवन ही बताया है। दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार को हुई तीन अन्य लोगों की मौत भी उनके घर वालों ने शराब पीने से बताई थी। तीनों का उनके घर वालों ने अंतिम संस्कार भी कर दिया था। इसी के चलते उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसके अलावा ओम दीक्षित के छोटे भाई दिवाकर दीक्षित (25) को सिसवा नाहर में प्राइवेट चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया है। बेदूपार के खलवा टोला निवासी मीर हसन (45), छबीला (35) को पीएचसी तरयासुजना से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जबकि साहब (30) का इलाज किसी प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। उधर, बुधवार को जिस विकास को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, उसकी हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। डीएम डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार को रामवृक्ष और रामनाथ शाह की मौत भी शराब के सेवन से होने की बात सामने आई तो उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर सहित 10 निलंबीत
विजय और ओम दीक्षित की मौत भी शराब से होना बताया गया है, लेकिन घर वालों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर हृदय नारायण पांडेय, प्रधान सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, सिपाही रवींद्र कुमार व ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। उधर, एसपी राजीव नारायन मिश्र ने बताया कि हीरा और डेबा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने से डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। घर वालों की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, जहरीली शराब बनाने और बेचने के आरोप में केस दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अवैध कच्ची शराब के कारोबारियों पर कार्रवाई में लापरवाही बरतने के आरोप में तरयासुजान थाने के इंस्पेक्टर विनय पाठक को लाइन हाजिर और हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।

उत्तराखंड में भी जहरीली शराब पीने से गांव के 8 लोगों की मौत
उत्तराखंड के रुड़की में झबरेड़ा क्षेत्र के बल्लूपुर गांव में जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं चार लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। एसएसपी जनमेजय प्रभाकर खंडूरी के अनुसार, गांव में एक व्यक्ति के घर में तेरहवीं के भोज का कार्यक्रम था। इस दौरान वहां कुछ ग्रामीणों ने शराब पी थी। शराब पीने के बाद वहां ग्रामीणों की हालत खराब होने लगी जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा घर पर बनाई जा रही कच्ची शराब पीने के कारण हुआ होगा। पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। वहीं इस बात की भी जांच की जा रही है कि मामला फूड प्वॉइजनिंग का तो नहीं है। क्योंकि शराब पीने और खाना खाने के बाद ही लोगों की तबीयत बिगड़ी थी। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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