सोमवार के दोपहर और मंगलवार को कोर्ट में काम नहीं करेंगे पटना व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता
>> देश की सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं ,देश हैं तो कोर्ट है ,वकील हैं और न्याय है-अशोक कुमार
रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने की घटना ,पुरे देश के लिए मर्माहत कर दिया हैं । धर्म -जाति से उठकर ,सभी वर्ग के लोग सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं । शहीदों के सम्मान में गांव -गांव ,चौहारे पर कैंडल मार्ग निकाला जा रहा है जिसमें युवाओं की भीड़ इकट्ठा हो रही है और सभी के हाथों में तिरंगा किसी हथियार से कम नहीं हैं । सभी में जोश ,अपने तिरंगा को सुरक्षित रखने की है और इसकी आन, बान और शान बुलंद रहे ऐसी देशभक्ति नारे हर जगह गूंज रहे हैं ।
देश के आजादी संग्राम की बात हो या फिर शिक्षा में अग्रणी भूमिका की बिहार सबसे आगे रहा हैं । पुलवामा की घटना को लेकर समाज से वंचित ,बेऊर जेल के कैदियों ने शहीदों के सम्मान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर वीर जवानों को पुष्प अर्पित किया ।जो देश में नजीर साबित हुई । इसी तरह बुद्धिजीवी समाज के पंक्ति से आने वाले वकील भी कैसे अलग रह सकते थे। पुलवामा घटना में शहीद हुये वीर जवानों के सम्मान में पटना व्यवहार न्यायालय के हजारों अधिवक्ता ने सोमवार के दोपहर बाद, कोर्ट कार्य का बहिष्कार किया । मंगलवार को भी सारे अधिवक्ता ,कोर्ट कार्य से अलग रहेंगे । पटना व्यवहार न्यायालय ,जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहां की देश सुरक्षित है तो हम है ,समाज है कोर्ट है और कानून हैं । हमारी सरकार से मांग है की देश के दुश्मन ,आतंकवादियों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करें । चुप रहने से इनके हौसला को और हवा मिलेगा ,पुरे देश कार्रवाई के पक्ष में, सेना के साथ खड़ा हैं ।
अधिवक्ता संघ की हुई बैठक में सदस्य डी के झा , अनिल कुमार , संजीव कुमार , चेतानंद पासवान , चितरंजन कुमार , महेश कुमार , क्रांति कुमार , मनीष कुमार , संजय कुमार सहित सैकड़ों वकील शामिल थे ।

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