
गोरखपुर 24 फरवरी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहां की गोरखनाथ की धरती पर मुझे कई बार आने का सौभाग्य मिला परंतु आज का दिवस सामान्य दिवस नहीं आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है। लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान कहा था। उसी मंत्र को आज इतने सालों के बाद किसान के खेत तक किसान के घर तक, अगर उतारने का कार्य हो रहा है तो वह आज इस पवित्र दिवस पर हो रहा है। आजादी के बाद किसानों से जुड़ी सबसे बड़ी योजना आज उत्तर प्रदेश की धरती के करोड़ो किसान भाइयों के आशीर्वाद से हो रही है। मै गोरखपुर की लोगों को दोहरी बधाई देता हूं क्योंकि वह प्रधानमंत्री सम्मान निधि के साक्षात गवाह बन रहे हैं।आज ही गोरखपुर और पूर्वान्चल के विकास से संबंधित लगभग दस हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य, सड़क, रेल, रोजगार, गैस जैसी क्षेत्र से जुड़ी तमाम परियोजनाएं जो जीवन को आसान बनाने वाली है इसके लिए पूर्वांचलवासियो को मै बधाई देता हूं। पीएम किसान सम्मान निधि से करोड़ों किसान मे पशुपालक, दूध, मत्स्य पालक भाइयो, किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़ने के लिए बहुत बधाई। किसानों के लिए पूर्व सरकारों ने बातें तो बहुत की। कागज पर परियोजनाएं भी बनाई गई परंतु उनकी मंशा किसानों को सशक्त बनाने का नहीं, बल्कि उन्हे छोटी-छोटी चीजों के लिए लगातार तरसाने की थी। उनमें किसानों का भला करने की नियत नही थी। किसानों की स्थिति को बदलने के लिए आपने 2014 में हमे भाजपा की अगवाई में एनडीए की सरकार बनाने का मौका दिया। हमने किसानों की छोटी-छोटी दिक्कतों पर ध्यान देने के साथ ही उनकी चुनौतियों के संपूर्ण निवारण पर भी काम किया। किसान पूरी तरह से सशक्त और सक्षम बने इसी लक्ष्य के साथ हम निकले हैं। हमारी सरकार इमानदारी से कोशिश कर रही है कि देश के किसानों को हर वह साधन संसाधन दिए जाए जिसे वह हर क्षेत्र में सशक्त हो सके। बीते वर्षों के प्रयासों को और भी मजबूती के साथ किसानों को सीधी मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान निधी को देश के करोड़ों किसानो के चरणों अर्पित किया गया। किसानों के खाते में योजना की पहली किस्त ट्रांसफर करने का आज सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि इस योजना हर वर्ष लगभग 75 हजार करोड़ रुपए किसानों के खाते में सीधे पहुंचेगी छोटी किसान जिनके पास 5 एकड़ या उस से कम भूमि है ऐसे किसानों को इसका लाभ मिलेगा। बीज, खाद, खरीदने के लिए, दवा, बिजली का बिल जैसी जरुरतों के लिए किसानों को परेशान नहीं होना होगा।
विपक्षियों ने अफवाह फैलाई है कि मोदी आज पैसे तो दे रहा है लेकिन उसे वापस लेलेगा। परंतु किसान भाई आपको यह बताना है या पैसा आपका हक है इसे कोई भी वापस नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि महामिलावटी सरकारें कांग्रेस, बसपा, सपा को दस वर्षों में एक बार किसान याद आता है। वह भी चुनावों के पहले उनमें कर्ज बाटने का बुखार चढ़ जाता है। कर्ज बाटने के बुखार के दौरान वे वोट बटोरना चाहते हैं। सच्चे किसान की सेवा क्या होती है मोदी करके दिखाएंगा।
योजना को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार में बिचौलियों-दलालों की कोई जगह नहीं है। वो दिन गए कि जब केंद्र से एक रुपये जारी होता था तो किसान को 15 पैसे ही मिलते थे। यह नया इंडिया है, यहां जाति, धर्म से परे होकर सीधे बैंक खाते में रुपये जाते हैं। किसानों के लिए तमाम नई योजनाएं लागू की गई हैं,अब देश का किसान अन्नदाता ही नहीं ऊर्जादाता भी बनने वाला है।
यहां फर्टिलाइजर मैदान पर मोदी, कांग्रेस पर पूरी तरह हमलावर रहे। कांग्रेस के कर्जमाफी की घोषणाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस का पाप है जिससे किसान आज तक तबाह रहा। हमारे लिए भी कर्जमाफी आसान थी, चाहते थे रेवड़ी बांट देते। लेकिन मोदी ऐसा पाप करता नहीं, सोचता नहीं। प्रधानमंत्री ने 2009 की कर्जमाफी की चर्चा करते हुए कहा कि 2008 में देश के किसानों पर कुल छह लाख करोड़ का कर्ज था, लेकिन चुनाव के बाद उस समय की सरकार ने केवल 52 हजार करोड़ ही माफ किए। इनमें 35 लाख तो ऐसे किसानों का कर्ज माफ हो गया, जिनका किसानी से कोई वास्ता ही नहीं। हमने वादे के मुताबिक लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में देने का निर्णय लिया, एमएसपी की फाइल तो उनके पास भी थी, पर वे दबा कर बैठ गए।
कांग्रेस और उसके चेले-चपाटों पर देश का किसान कभी भरोसा करेगा क्या? उन्हें सजा नहीं देगा क्या? हमारी किसान सम्मान निधि योजना एक साल के लिए नहीं है, हर साल, साल में तीन बार सीधे बैंक खाते में बिना किसी बिचौलिया या दलाल के किसानों को दो-दो हजार रुपये मिल जाएंगे। हर साल सरकारी खजाने से किसान के खाते में 75 हजार करोड़ रुपये जमा होंगे। अब तक किसानों को बीज, दवा, बिजली का बिल आदि के खर्च के लिए परेशान होना होता था, पर अब ऐसा नहीं होगा। यह रुपये इसी काम में आयेगे।
महागठबंधन पर तंज कसते हुए इसे महामिलावटी लोगों का समूह बताया। मोदी ने कहा कि संसद में जब किसान सम्मान निधि की घोषणा हमने की तो हमारे विरोधी महामिलावटी लोगों का चेहरा लटक गया था। उन्हें लगा अब तो सारे किसान मोदी-मोदी करने लगेंगे। सो अब यह महामिलावटी लोग, झूठ और प्रपंच रच रहे हैं। लोगों को बरगला रहे हैंकि मोदी यह रुपये अगले साल ले लेगा। किसान इसे समझें, इसे कोई नहीं ले सकता। यह रुपये देश के किसानों के हैं। पूरा रुपया केंद्र सरकार दे रही है, राज्य सरकारें केवल किसानों की सूची समय से दे दें, हम रुपया खाते में भेजते रहेंगे।
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