- परिजनों से विदेशी एजेंट ने मांगी रंगदारी
लखनऊ । विदेश में नौकरी करने गए दो भाइयों को लोकल एजेंट ने बंधक बना कर परिजनों से 70 हज़ार की रंगदारी मांगी। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने गाज़ीपुर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
जानकारी के मुताबिक गांव चिर्रा खजूरी जनपद बाराबंकी निवासी ननकऊ ने बताया कि बड़े बेटे अब्बू सहमा (35) व ननकऊ के बड़े भाई के बेटे जीशान (22) को मलेशिया की एक प्राइवेट कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी दिलवाने के लिए लखनऊ के दो एजेंट दानिश व मोनिस से जनवरी में बात हुई। दानिश और मोनिस ने नौकरी दिलवाने के लिए ननकऊ को थाना गाज़ीपुर इस्माइल गंज के न्यू हाई कोर्ट गेट नंबर 4 के सामने स्थित बिल्डिंग में बने ऑफिस में बुलवाया। ननकऊ के मुताबिक 3 जनवरी को दोनों एजेंट ने पीडि़त से एक लाख रुपए नगद लिए व फरवरी की 14 तारीख को 90 हज़ार ले कर अब्बू और जीशान को उसी दिन मलेशिया नौकरी के लिए भेज दिया और बोला कि मलेशिया एयरपोर्ट पर तुम्हें एक एजेंट मिलेगा वो तुम्हें जहां नौकरी करनी है । उस कम्पनी में ले जाएगा। अब्बू व जीशान मलेशिया के एयरपोर्ट पर उस एजेंट से मिले और कंपनी की बिल्डिंग के 30वें माले पर जा कर रुक गए । दूसरे दिन दोनों पीडि़त युवकों ने आपने पिता ननकऊ को फ़ोन किया और बताया कि उन दोनों को वहां के एजेंट जो कि पाकिस्तानी है व उसके कुछ लोकल साथियों ने अब्बू व जीशान को एक कमरे में कैद कर लिया व उनके पैसे छीन कर मारापीटा है । जब इस मामले में ननकऊ ने लखनऊ के दोनों एजेंट व मलेशिया के एजेंट से इस बारे में बात की तो उसने दोनों को 70 हज़ार रुपए लेकर छोडऩे की बात कही। छह दिन से विदेश में कैद युवकों को जब नहीं छोड़ा गया तो पीडि़त के परिजनों ने तुरंत इस बात की सूचना गाज़ीपुर पुलिस को दी। फिलहाल पीडि़त की दी हुई तहरीर के आधार पर पुलिस ने दानिश व मोसिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई में जुटी है।

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