- एसटीएफ ने गिरोह का सरगना 14 लाख ग्राहकों के डेटा के साथ नोएडा से दबोचा
लखनऊ। एसटीएफ ने डाटा हैक कर आनलाईन शापिंग व इंश्योरेंश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को नोएडा से गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से लगभग 14 लाख प्वाइंट डाटा ( आॅनलाइन शापिंग फ्लिपकार्ट,अमेजन मिंत्रा,पेटीएम,स्नैपडील,शापक्लूज,होमशाप 18आदि से सम्बन्धित),लैपटाप,मोबाइल,चेकबुृक व चार एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। आरोपित के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर उसके साथियों की तलाश की जा रही है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि काफी दिनों से शिकायतें मिल रही थी कि आनलाइन शापिंग करने के बाद लकी ड्रा में नाम आने पर लैपटाप, कैश व चार पहिया वाहन निकलने पर इनकम टैक्स जीएसटी व रजिस्टेशन के नाम का प्रलोभन देकर व धोखे से कार्ड डिट ेल लेकर रूपया ट्रांसफर करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। इस संबंध में एसटीएफ की यूनिट को लगाया गया था। इसी दौरान सूचना मिली कि थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गौतमबुद्वनगर,थाना लंका वाराणसी,थाना पवई आजमगढ़ समेत कई जनपदों में ठगी करने वाले गैंग का सरगना नंदन राव पटेल सक्रिय है और नोएडा स्थित अंसल कार्पोरेट पार्क सेक्ट 142 स्थित कार्यालय में मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये आरोपित ने अपना नाम व पता नंदन राव पटेल पुत्र रामदास चैधरी निवासी भभुआ थाना भभुआ जिला कैमूर (बिहार) हाल पता- फ्लैट न0 2004 क्यू टावर आम्रपाली सफायर सेक्टर 45 नेएडा गौतमबुद्व नगर बताया है। आरोपित ने बताया कि नवम्बर 2017 में गौतमबुद्व नगर में भी पंजीकृत मुकदमें में जेल जा चुका है। आरोपित के गैंग के खिालाफ पठानकोट, बंगालूरू, चंडीगढ, रायपुर, बीकानेर आदि स्थानों पर केस दर्ज हैं। गिरोह का जाल दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में फैला हुआ है। एसटीएफ की टीम गिरफ्तार अभियुक्त की अन्य अपराधिक गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी हासिल कर गिरोह के सदस्यों की तलाश में जुटी है।
कर्मचारियों से डाटा खरीद मुनाफे पर बेचता
पूछताछ में नंदनराव पटेल ने बताया कि वह एनिक वर्ल्ड कम्पनी का डायरेक्टर है। कम्पनी आनलाइन प्रमोशन डिजिटल मार्केटिंग वेबसाइट डेवलपमेंट बल्क एसएमएस आदि सर्विस देता है। आरोपित आनलाइन शापिंग कम्पनियों के कस्टमर के डेटा को जिन्होंने आनलाइन शापिंग की होती है। शापिंग कम्पनियों के कर्मचारियों व प्रशात गर्ग, ईशू वंशल से आनलाइन शापिंग कम्पनियों की वेबासाइट से एप्लिकेशन व साफ्टवेयर के माध्यमसे हैक कराकर डिटेल निकलवाता है। इसके एवज में प्रशांत गर्ग व ईशू वंशल को प्रति डेटा 2 से 3 रुपए के हिसाब से पेमेंट करता है। इसके बाद कस्टमर के डेटा को दिलीप कुमार, अनुज कुमार, अरूनपाल, सोनू, अनूप बिहारी वीर सिंह व प्रदीप कुमार को 5-6 रूपये प्रति डेटा बेचता है। इसके बाद उक्त लोग प्राप्त डेटा को, दिल्ली एनसीआर बिहार,राजस्थान, महाराष्ट,,पंजाब आदि प्रदेशों में ठगी करने वाले काल सेंटरों में बेच देते हैं। जहां से उसी डेटा पर कालिंग कर लोगों को आनलाइन शापिंग करने पर लकी ड्रा में नाम आने इनाम का लालच देकर रजिस्टेशन आदि के नाम पर रूपये जमा करवाये जाते हैं। इसके बाद रुपए वापस करने के नाम पर कार्ड डिटेल लेकर भारी रकम ट्रांसफर कर फर्जी एकाउंट व ई-वालेट में प्राप्त रूपयों को ट्रांसफर कर लेते हैं। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि अब तक गैंग द्वारा लगभग 200 करोड़ की ठगी की जा चुकी है।
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