इस सोमवार 4 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व होगा इस दिन इस प्रकार राशि अनुसार पूजन करके आप अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।पंडित दीपक पांडे के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा बिना रात्रि जागरण के पूर्ण नहीं मानी जाती है। इस बार ये पर्व 4 मार्च सोमवार को मनाया जायेगा जो अत्यंत शुभ संयोग है। इस वर्ष पूजन के चार अत्यंत शुभ मुहूर्त हैं। पहला सांय 6.01 से 9.09 तक, दूसरा 9.10 से 12.18 तक, तीसरा 12.19 से भोर काल 3.28 तक आैर चौथा 3.29 से प्रात 6.34 तक।महा शिवरात्रि पर शिव आराधना और अभिषेक बहुत फलदायी होती है। शिव को योग, साधना, और ज्ञान का भी स्वरूप माना जाता है। शिवरात्रि पर अभिषेक करने से भक्तों को धन, समृद्घि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
साथ ही बीमारी से मुक्ति मिलती है, संतान आैर सुख का आर्शिवाद मिलता है और मुसीबतों से भी छुटकारा मिलता है। शुद्घ जल, कुश युक्त जल, तीर्थ स्थलों की नदियों के जल, गनने के रस, विभिन्न पुष्पों दही, दूध, शीतल जल से अभिषेक करना सर्वाधिक शुभ फलदायी माना जाता है।शिव भोलेनाथ हैं आैर सहज पूजा से खुश हो जाते हैं। ऐसे में विभिन्न राशि वाले कुछ खास सामग्री से पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
इसके लिए मेष राशि वाले समी के पुष्प से, वृष राशि वाले आक के फूल से, मिथुन राशि वाले समी के पत्तों से, कर्क राशि वाले बेल पत्रों से, सिंह राशि वाले धतूरे से, कन्या राशि के लोग समी के पत्तों आैर कनेर के पुष्प से, तुला राशि वाले अकौड़े के पत्तों से, वृश्चिक राशि वाले समी के पुष्पों से, धनु राशि वाले बेल पत्र से मकर राशि वाले नीलकमल के फूल से, कुंभ राशि वाले कनेर के पुष्प से और मीन राशि वाले बेल पत्र आैर कनेर के पुष्पों से पूजा करें। इस प्रकार पूजा करने से शुभ लाभ मिलता है।

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