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Tuesday, 26 March 2019

खादी को दुनिया भर में भी मिली अलग पहचान, बिक्री के मामले में बनाया ये रिकॉर्ड

नई दिल्ली। आज पूरे देशभर में खादी को एक अलग पहचान मिली हुई है। अन्य वस्त्रों से अलग खादी की एक अलग ही जगह है और यही कारण है कि इसकी उपयोगक्ता भी पहले से ज्यादा हो गई है। खादी पहले सिर्फ राजनीतिक वर्ग की पसंद थी लेकिन आजकल आम उपभोक्ता भी प्राकृतिक उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं जिससे ये उद्योग विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। खादी उत्पादों की बिक्री में जबरदस्त मांग देखने को मिल रही है।

आपको बता दें, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) का दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ‘खादी भवन’ खादी उत्पादों का अग्रणी बिक्री केन्द्र है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के मुताबिक मोदी सरकार के पहले 4 वर्षों में खादी की बिक्री पिछले 10 वर्षों में 6.7% की तुलना में 30% की वार्षिक औसत से बढ़ी है। इतना ही नहीं 2013-14 में केवल 1,081 करोड़ रुपये से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की प्रतीक खादी की बिक्री का इस वित्त वर्ष में 3,200 करोड़ रुपये के उच्च स्तर को छूने का अनुमान है।

जो कल तक नेहरू जैकेट हुआ करते थे वो आज मोदी जैकेट हो गए हैं। जिसको लेकर युवाओं में इस जैकेट की खासी दीवानगी देखी जा रही है। मोदी स्टाइल का खादी ‘कुर्ता-जैकेट’ युवाओं के फैशन का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी हमेशा खादी से बने परिधानों के अधिक से अधिक इस्तेमाल के पक्षधर रहे हैं।

सत्ता में आने के बाद से ही पीएम मोदी ने खादी के प्रति लोगों का लगाव बढ़ाने के लिए हर मंच से अपील की है। चाहे वो मन की बात हो या फिर लाल किले से भाषण, हर जगह से प्रधानमंत्री ने देशवासियों से खादी से बने वस्त्रों और दूसरे उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया है। इसी का असर है आज खादी जितनी अधिक लोकप्रिय है, उतनी पहले कभी नहीं रही।

खादी एक ऐसा वस्त्र है, जो आज भी ग्रामीण भारत को चेहरा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से लोगों से खादी का उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से खादी के उपयोग की अपील की और फैशन के लिए खादी पर बल दिया। उन्होंने नारा दिया ‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन’। प्रधानमंत्री के इस नारे ने गजब का कमाल दिखाया। लोगों में खादी को लेकर जबरदस्त क्रेज सामने आया। परिणाम यह रहा कि देश में खादी की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची।

खादी को कितना हुआ फायदा

वित्त वर्ष करोड़ रुपये
2013-14  1081
2014-15  1310
2015-16  1664
2016-17  2146
2017-18  2510
2018-19  3200

इतना ही नहीं दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ‘मोदी जैकेट’ से इस तरह प्रभावित हैं कि अब वह अपने दफ्तर भी मोदी जैकेट ही पहनकर जा रहे हैं। ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए मून ने बताया कि भारत दौरे पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जैकेट की तारीफ की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उनके लिए उसी तरह की जैकेट भेज दीं।

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि, ‘मैंने अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से कहा था कि वे इस जैकेट में शानदार दिखते हैं। उन्होंने मुझे ये जैकेट भेजे हैं। सारे मेरी साइज के हिसाब से तैयार किये गये हैं। इस सद्‌भाव के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।’ ब्रिक्स समिट 2016 में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति जैकब जुमा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राजील राष्ट्रपति माइकेल टेमर ने डिनर के दौरान मोदी जैकेट में नजर आए थे।

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