कासगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश जारी करने वाले कासगंज विकास भवन के लेखाधिकारी नित्यानंद मिश्रा को कासगंज पुलिस ने आज फर्रुखाबाद जिले से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ चार मामले कासगंज, पटियाली एवं गंजडुंडवारा और ललितपुर में मुकदमे दर्ज हुए है।
पुलिस अधीक्षक आशोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नित्यानंद मिश्रा कासगंज जिले के विकास भवन में लेखाधिकारी पद पर कार्यरत थे। उन पर आरोप है कि वर्ष 2017 में उन्होंने मुख्यमंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर कई आदेश जारी किए थे।
इसमें एक स्थानांतरण के साथ एक फैक्ट्री को बंद कराने का भी आदेश था। संबंधित अधिकारियों ने जब मुख्यमंत्री दफ्तर से जानकारी की तो पता चला कि इस तरह का कोई आदेश वहां से जारी ही नहीं हुआ। जब स्थानीय स्तर पर जांच हुई तो उसमें विकास भवन के डीआरडीए में कार्यरत बाबू नित्यानंद मिश्रा का नाम प्रकाश में आया। लेखाधिकारी नित्यानंद मिश्रा के खिलाफ कासगंज, पटियाली एवं गंजडुंडवारा थाने में मुकदमे दर्ज हुए। वहीं एक मामला मध्यप्रदेश के ललितपुर में भी दर्ज हुआ। मुकदमा दर्ज होने के बाद से फर्जी मुख्यमंत्री बनने वाला बाबू फरार हो गया था। पुलिस तभी से इसकी तलाश में थी। मंगलवार को कासगंज पुलिस ने आरोपी लेखाधिकारी को फर्रुखाबाद के दुर्गापुर कालोनी से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि आरोपी लेखाधिकारी ने अपने खिलाफ दर्ज चार में से दो मामलों में कोर्ट से स्टे ले रखा है। अन्य दो मामलों में आरोपी लेखाधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
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Tuesday, 26 March 2019
मुख्यमंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश जारी करने वाला लेखाधिकारी गिरफ्तार
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