केजीएमयू एआरटी सेंटर परामर्शदाता ने दी जानकारी
लखनऊ। स्वच्छता अभियान अपनाकर एचआईवी मरीज शारीरिक, आर्थिक व मानसिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं। ग्रामीण परिवेश में आने वाले व्यक्ति शौच के बाद और भोजन के पहले हाथों को साबुन से अवश्य धोएं। घर के आस-पास किसी भी प्रकार का पानी इकठ्ठा न होने दें। घर के कूड़े-कचरे का उचित प्रबन्ध करें। पानी स्वच्छ प्रयोग करें।
ये जानकारी केजीएमयू एआरटी सेंटर परामर्शदाता डॉ सौरभ पालीवाल ने दी। उन्होंने बताया कि उपयुक्त सारी बातों को अपनाकर व्यक्ति संक्रामक बीमारियों से अपने को तथा अपने परिवार को बचा सकता है। जिससे उपचार के दौरान होने वाली आर्थिक क्षति को रोका जा सकता है। इसके साथ ही शारीरिक एवं आर्थिक रूप से सम्यनता को प्राप्ति किया जा सकता है।
ये स्वच्छ आदतें व्यक्ति के जीवन में व्यवहार परिवर्तन के द्वारा आदतों के रूप में शामिल होती हैं जो कि उनके तथा उनके आस पास के लोगों को स्वच्छता के द्वारा अच्छे स्वास्थ्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती हैं।

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