खुलासे में दिल्ली पुलिसकर्मी और उसका सहयोगी साथी गिरफ़्तार
फाईज़ अली सैफी
गाज़ियाबाद। थाना कोतवाली पुलिस ने साई उपवन में एक व्यक्ति और उसकी मंगेतर की हत्या करने वाले हत्यारोपीओ गिरफ़्तार किया है, जबकि पुलिस को उनके पास से हत्या में शामिल एक सरकारी पिस्टल और कारतूस सहित एक कार बरामद हुई है। आपको बता दें कि थानाक्षेत्र के साई उपवन में गत् 25 मार्च की सुबह एक व्यक्ति अन्नू उर्फ सुरेंद्र चौहान और उसकी मंगेतर की अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हालांकि, जिसके बाद थाना कोतवाली में उक्त दोहरी हत्याओं का मुकदमा अज्ञात में दर्ज हुआ था। गौरतलब है कि जिसके बाद शनिवार प्रात: थाना कोतवाली पुलिस ने अप्सरा बॉर्डर के गोल चक्कर के पास से हत्या में शामिल दोनों शातिरों को गिरफ़्तार कर लिया था, जबकि पुलिस को उनके पास से हत्या में शामिल एक सरकारी पिस्टल (नाइन एमएम) तीन कारतूस और एक स्विफ्ट कार बरामद हुई है। दरअसल, दोहरे हत्याकांड के खुलासे में पकड़े गए हत्यारोपीओ की पहचान पिंटू शर्मा पुत्र स्वर्गीय राधाकिशन शर्मा निवासी थाना शाहदरा दिल्ली और दूसरे की दिनेश कुमार पुत्र प्यारेलाल निवासी थाना पिलखुवा हापुड़ के रूप में हुई है। बता दें कि पकड़ा गया मुख्य हत्यारोपी दिनेश कुमार एक एएसआई ट्रैफिक पुलिसकर्मी है, जोकि सीमापुरी सर्किल जिला नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में तैनात था। दरअसल, पूछताछ में मुख्य आरोपी दिनेश कुमार ने बताया कि मृतका उसके साले नरेश की साली थी और रिश्तेदारी के चलते मुख्य आरोपी का मृतका के घर आना जाना था। गौरतलब है कि इसी बीच दोनों में नज़दीकियां काफी बढ़ गई थी और वह एक दूसरे के बहुत करीब जा चुके थे। दरअसल, मृतका की हत्या से करीब एक सप्ताह पहले मृतका ने दिनेश से काफी दूरियां बना ली थी और उसने अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया था। कुल मिलाकर मृतका दिनेश से बिल्कुल अलग हो गई थी। दरअसल, मृतका अन्नू उर्फ सुरेंद्र चौहान नामक एक व्यक्ति से प्रेम करने लगी थी और उसने बहुत जल्द उससे शादी करने का फैसला भी कर लिया था। जिसके चलते दोनों सगाई के बंधन में भी बन चुके थे और दोनों बहुत जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले थे। गौरतलब है कि दिनेश कुमार मृतका से इसी बात को लेकर नाराज चल रहा था। बता दें कि वह हर कीमत पर मृतका को अपने संपर्क में रखना चाहता था और उससे पहले की तरह ही उससे मिलना जुलना चाहता था। बताते चलें कि जिसके चलते दिल्ली पुलिस के एएसआई दिनेश कुमार ने गत् 25 मार्च को अपनी सरकारी नाइट ड्यूटी को छोड़, अपने सहयोगी पिंटू शर्मा को बुलाकर लिया था और उसकी स्विफ्ट कार में सवार होकर मृतका के घर की ओर निकल पड़ा था। बता दें कि मुख्य आरोपी अपने दोस्त समेत मृतका के घर के आस पास जाकर खड़ा हो गया था और उसकी रेकी करने लगा था। हालांकि, जैसे ही मृतका अपने मंगेतर के साथ स्कूटी से साई उपवन स्थित मंदिर में पूजा करने पहुंची तो मुख्य आरोपी भी उसका पीछा करता हुआ अपने सहयोगी पिंटू शर्मा समेत उक्त स्थान पर ही पहुंच गया था और जहां मुख्य आरोपी और मृतका मिले तो उनकी आपस में कहासुनी हो गई थी। गौरतलब है कि जिसके बाद गुस्साए एएसआई मुख्य आरोपी दिनेश कुमार ने अपनी सर्विस पिस्टन निकाली ली और मृतका के गोली मार दी। हालांकि, मृतका के गोली मारने के बाद मुख्य आरोपी ने बाद में उसके मंगेतर अन्नू उर्फ सुरेंद्र चौहान को भी गोली मार दी और दोनों को वही मौत के घाट उतार दिया था। डीआईजी/एसएसपी उपेंद्र अग्रवाल के अनुसार मुख्य आरोपी दिनेश कुमार पहले वीवीआईपी सुरक्षा में भी तैनात रहा है, जबकि वह इसके अलावा दिल्ली के कई अन्य जिलों में तैनात रह…
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