हस्तरेखा में द्वीप को अच्छा नहीं माना जाता है। इस चिह्न को हस्तरेखा में दुर्भाग्यशाली माना गया है। द्वीप का निशान जिस पर्वत पर भी होता है उस पर्वत पर विपरीत असर डालता है। गुरू पर्वत पर यह चिह्न होने से गुरू कमजोर हो जाता है। इससे व्यक्ति के मान-सम्मान में हानि होती है और वह उद्देश्यों को प्राप्त करने में असफल रहते हैं।
सूर्य पर्वत पर द्वीप चिन्ह होने से सूर्य का प्रभाव क्षीण हो जाता है। इससे व्यक्ति की कलात्मकता उभर नहीं पाती। चन्द्र पर्वत पर इस चिन्ह के होने से आपकी कल्पना शक्ति प्रभावित होती है। मंगल पर्वत पर द्वीप चिन्ह होने से आपके अंदर साहस एवं हिम्मत की कमी होती है और बुध पर इस चिन्ह के होने से आपका मन अस्थिर होता है जिससे आपका किसी भी काम को पूरा करने से पहले ही आपका मन उचट जाता है। ऐसे व्यक्ति काम को बीच में ही अधूरा छोड़ देते हैं।
जिस व्यक्ति के शुक्र पर्वत पर द्वीप के निशान होते हैं वे बहुत अधिक शौकीन होते हैं और सुन्दरता के प्रति दीवानगी रखते हैं। शनि पर्वत पर यदि द्वीप बना हुआ है तो आपके जीवन में शनि का प्रकोप रहेगा। यानी काफी मेहनत के बाद ही आपका कोई काम सफल होगा। आपका एक काम बनेगा तो दूसरी परेशानी सिर उठाए खड़ी रहेगी। शिवकुमार शर्मा के अनुसार द्वीप चिन्ह अगर हृदय रेखा पर साफ और उभरी नज़र आ रहा है तो आप हृदय रोग से पीड़ित हो सकते हैं। इस स्थिति में आपको दिल का दौरा पड़ सकता है। यह चिन्ह का मस्तिष्क रेखा पर होने से आपको मानसिक परेशानियों का सामना करना होता है और आपके सिर में दर्द रहता है।
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