डिजिटल लेनदेन के इस दौर में बड़े लेन-देन में बैंक चेक का इस्तेमाल अभी भी खूब हो रहा है। इसकी वजह भुगतान के इस माध्यम का सुरक्षित होने के साथ सुगम होना है। लेकिन चेक के इस्तेमाल में छोटी लापरवाही भी आप पर भारी पड़ सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, चेक लेने या देने से पहले, चेक पर नाम, रकम, हस्ताक्षर और तारीख की जांच जरूर करनी चाहिए। वहीं, अगर आप किसी के बैंक खाता में सीधे भुगतान करना चाहते हैं तो चेक पर अकाउंट पेई डालना न भूलें। कुछ सावधानियां को अपनाकर आप बाद में होने वाली बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं।
खाता संख्या-नंबर दर्ज करें: आप किसी को चेक दे रहे हैं तो उसके पीछे अपना खाता संख्या और मोबाइल नंबर दर्ज कर दें। अगर चेक में कोई भी दिक्कत होगी तो बैंक अधिकारी आपसे में जानकारी ले पाएगा।
चेक का विवरण रखें: जब भी किसी को चेक दें तो उसका विवरण जैसे चेक नंबर, खाता का नाम, रकम और डेट जरूर नोट कर लें। यह आप मोबाइल से भी कर सकते हैं।
सही हस्ताक्षर करें : जब भी आप चेक हस्ताक्षर करें तो याद रखें कि आपको इस पर वैसे ही हस्ताक्षर करने हैं, जैसे बैंक के रिकॉर्ड में हैं। हस्ताक्षर मिलान नहीं होने पर बैंक चेक को रद्द कर देते हैं।
स्टॉप पेमेंट सोच समझकर करें : पैसाबाजार डॉट कॉम के सीईओ नवीन कुकरेजा ने कहा कि चेक को स्टॉप करने का मामला चेक बाउंस से अलग है। स्टॉप पेमेंट कानूनी अपराध नहीं है अगर यह चेक खोने या चोरी होने जैसी सही वजहों से किया गया हो। हालांकि कर्ज या देनदारी न चुकाने में चेक को रोका गया हो तो पीड़ित की शिकायत के बाद यह कानूनी अपराध की श्रेणी में आ सकता है।
आप सीधे किसी के बैंक खाते में भुगतान करना चाहते हैं तो चेक पर अकाउंट पेई जरूर डालें। यह साइन चेक के बायीं ओर टॉप कॉर्नर पर डबल क्रॉस लाइन के बीच लिखकर बनाया जाता है। इससे चेक खोने पर दूसरा व्यक्ति इसको कैश नहीं करा पाता है।
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