लखनऊ। राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज के कैम्पवेल रोड कन्हाई खेड़ा मोड़ पर पिछली 18 मई को गोली मारकर हुई छोटू लोधी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है और इस पूरे घटनाक्रम में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि छोटू की हत्या जेल में बंद अकील अंसारी द्वारा पैसों के वर्चस्व को लेकर उसने अपने शूटरों से करवाई थी। हालांकि अभी हत्या में शामिल अन्य अभियुक्त फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस कर रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कैम्पवेल रोड पर हुई छोटू लोधी की गोली मारकर हत्या के मामले में छोटू की पत्नी रेनू लोधी ने मुकदमा पंजीकृत करवाया था। इस सनसनीखेज घटना के अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने उन्हें एएसपी पश्चिमी के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी चौक दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी के नेतृत्व में ठाकुरगंज प्रभारी निरीक्षक दीनानाथ मिश्रा पुलिस टीम एवं क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की टीम को लगाया था। इस घटना के संबंध में ज्ञात हुआ कि इस घटना को कुख्यात अपराधी अकील अंसारी द्वारा पैसे के वर्चस्व के विवाद में अपने शूटरों द्वारा करवाया गया था।
जांच में प्रकाश में आए अभियुक्त रिजवान ए ब्लॉक आजाद नगर ठाकुरगंज, हालपता महमूना अस्पताल के पास अलमास बाग ठाकुरगंज को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त रिजवान पूर्व में भी ठाकुरगंज से जेल जा चुका है तथा यह अकील का नजदीकी सहयोगी है। एएसपी ने बताया रिजवान और अकील का छोटू लोधी से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद में प्रकाश में आया और छोटू लोधी की हत्या पैसों के विवाद के कारण अकील द्वारा करवाई गई।
रिजवान अकील से मिलने हरदोई जेल या पेशी पर पिछले डेढ़ माह से लगभग एक दर्जन बार जा चुका है। यहां पर छोटू की हत्या का षड्यंत्र इन लोगों ने रचा। हत्याकांड के कुछ अन्य सहयोगी भी सम्मिलित हैं। रिजवान द्वारा छोटू की गतिविधियों के संबंध में रेकी कर अकील को निरंतर सूचना उपलब्ध कराई जाती रही। हत्या में सम्मिलित दो अन्य सूत्रों को चिन्हित कर लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम के द्वारा निरंतर दबिश दी जा रही है। घटना के संबंध में गिरफ्तार किये गए शूटर को जेल भेज दिया गया है।
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