बाराबंकी। हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के हॉस्टल में एक मेडिकल छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था और मूल रूप से बिहार प्रांत पटना का निवासी था। मौके से मिली कॉपी में छात्र ने आत्महत्या की बात लिखी है। फील्ड यूनिट ने मौके से साक्ष्य एकत्र कर शव को कब्जे में ले लिया है। छात्र के अवसादग्रसित होने की बात कही जा रही है। वहीं छात्र के पिता ने आत्महत्या के लिए उसकाने के लिए अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बिहार प्रांत के पटना जिला क्षेत्र के थाना बक्शी मैदान के सम्पतचक बेगमपुर निवासी डॉ.शैलेंद्र कुमार का पुत्र शुभम कुमार (23) हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (हिंद मेडिकल कॉलेज) में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। वह कॉलेज परिसर में स्थित ब्रहमपुत्र ब्याज हास्टल की तीसरी मंजिल पर कमरा नंबर 410 में रहता था। उसके साथ कमरे में द्वितीय वर्ष का छात्र प्रयागराज के मुशीगंज थाना क्षेत्र के मालवीय नगर निवासी रक्षित कपूर भी रहता है।
क्लास करने नहीं आया शुभम
रक्षित ने बताया कि वह सुबह साढ़े नौ बजे क्लास करने गया था, लेकिन शुभम नहीं गया था। करीब साढ़े तीन बजे वह वापस लौटा था कमरा भीतर से बंद था। काफी आवाज लगाने और खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने अपने साथी दिव्यांशु शर्मा व अन्य के साथ पीछे स्थित खिड़की से देखा। तो शुभम का शव बेड शीट के फंदे से लटक रहा था। अन्य छात्रों ने जीवित होने की संभावना के दृष्टिगत तत्काल दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। जानकारी पर मौके पर सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह, नगर कोतवाल धर्मेंद्र ि संह रघुवंशी, सहित एसआइ अरुण कुमार मिश्रा, परवेज आलम आदि पहुंचे। मृतक के रूम पार्टनर के बयान दर्ज किए। मृतक के मोबाइल पर उसकी मौसी का फोन आ रहा था जिन्हें मामले की सूचना दी गई। फोन में उसकी मां सहित कई अन्य की मिस कॉल पड़ी थी।
कॉपी में लिखी थी निराशाजनक बातें
कमरे में मिली एक कॉपी में अलग-अलग पन्नों पर निराशाजनक बातें लिखी थीं। जीवन बहुत कठिन होना, रुपये बर्बाद न करना और कई गीत के साथ आत्महत्या करने की बात लिखी थी।
सीओ सिटी ने बताया कि जो लेख मिला है और जो उसके साथियों से बात हुई है। उससे प्रतीत हो रहा है शुभम अवसादग्रस्त था। जांच की जा रही है,वहीं मृतक के पिता ने शुभम को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखाया है।
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