देश को कोठो के नाम पर इतना खोखला कर चुके है की अपने आप शर्म का लबादा ओढ़कर जी रहे है हैरानी की बात यह है की इस प्रकार की जिस्मफिरोशी की लड़कियों को हम अपने पास तो नहीं बैठना चाहते इनसे नफरत भी करते है मगर हम से ही कुछ ऐसे है जो इन्ही कोठो में किसी दूसरे के घर की इज्जत के साथ खेल कर आते है
क्युकी शायद उस समय सम्भोग की भूख किसी की इजात से बढ़कर हो जाती है। आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा रहे है जहां पर महिलाओं की बोली कोड़ी के भाव लगती है। वैसे भी महिलाओं के जिस्मफरोसी का काम दिन भर दिन बढ़ रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि हम बात कर है भारत में स्थित मध्य प्रदेश के शिवपुरी की जहां पर धड़ीचा नाम की एक प्रथा प्रचलित है। हैरान कर देने वाली बात है कि ये एक ऐसी परंपरा है जहां पर महिलाओं को स्टांप पर ही परिवार वाले दूसरों मर्दों के हवाले कर देते है।
इस प्रथा में बिकने वाली औरत और खरीदने वाले पुरुष के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है। ज्यादा रकम होेने पर संबंध लंबे समय तक रहता है। वहीं, अगर रकम कम हो तो जल्द ही खत्म हो जाता है। ये संबंध खत्म होते ही महिला का दूसरे मर्द के साथ सोदा कर दिया जाता है।
गांव में रहने वाली एक महिला का कहना है कि इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए कई बार सरकार ने प्रयास भी किए लेकिन फिर भी यह प्रथा खत्म नहीं हुई। और महिलाओ आज भी शारारिक शोषण का शिकार हो रही है।
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