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Tuesday 18 June 2019

IAS बनने के बाद बताया: गाइड करने वाला कोई नहीं था और कोचिंग के लिए पैसा नहीं था

नई दिल्ली. साल 2010 में यूपीएससी की परीक्षा के रिजल्ट में पंजाब की रहने वाली संदीप कौर ने 138वां स्थान हासिल किया था। संदीप को आईएएस बनने की प्रेरणा टीवी सीरियल उड़ान से मिली थी। संदीप के पिताजी मोरिंडा के राजस्व विभाग में चपरासी की नौकरी करते थे।

संदीप कौर ने एक इंटरव्यू में कहा था- मैं उड़ान सीरियल देखा करती थीं। इस सीरियल में एक मिडिल क्लास लड़की की आईपीएस बनने की कहानी दिखाई गई थी। इस कहानी ने मुझे काफी प्रेरणा दी थी। मेरा हमेशा से ही लक्ष्य यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बनना था।

संदीप ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हालांकि, पढ़ाई के बाद और आईएएस की कोचिंग शुरू होने से पहले वह आत्मनिर्भर होना चाहती थीं। संदीप को दो साल तक नौकरी नहीं मिली थीं।

कर्ज लेकर की कोचिंग
संदी के मुताबिक हमारे पास कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस भरने के लिए पैसा नहीं था। ऐसे में मेरे पिता ने कोचिंग के लिए बैंक से लोन लिया था। इसके बाद उन्होंने पटियाला और दिल्ली से कोचिंग ली थी।

संदीप के मुताबिक वह अपने पिता को प्रेरणा स्त्रोत मानती हैं। अपने पिता के प्रोफेशन पर वह कहती हैं कि- मुझे एक चपरासी की बेटी होने पर गर्व है। मेरे माता-पिता ने कई अभावों के बावजूद सभी अच्छी सुविधाएं दी थी

दो अटेंप्ट में हुई फेल
संदीप यूपीएससी के दो अटेंप्ट में असफल हो गई थीं। संदीप के मुताबिक कोचिंग न मिलने के कारण वह असफल रही थी। वह कहती हैं कि- मुझे गाइड करने के लिए कोई नहीं था और कोचिंग की फीस के लिए पैसा नहीं था।

साल 2007 में उनके 933 मार्क्स थे। वहीं, कटऑफ 936 थी। अपनी तैयारी के बारे में संदीप ने बताया कि उनकी असफलताओं ने उन्हें आगे के अटेंप्ट के लिए मजबूत बनाया था। ऐसे में वह पूरी तरह से इस परीक्षा की तैयारी के लिए समर्पित थीं।

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