पांच जुलाई को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पांच पेश होगा। इससे पहले आज संसद में आर्थिक सर्वे पेश किया किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज दोपहर 12 बजे लोकसभा में आर्थिक सर्वे पेश करेंगी। इसके बाद सर्वे राज्यसभा के पटल पर भी रखा जाएगा। आपको बता दें कि हर साल बजट पेश करने से एक दिन पहले संसद में ऑर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है। दरअसल आर्थिक सर्वे में देश के विकास का सालाना लेखा-जोखा होता है। इसमें पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था और सरकार की योजनाओं से देश में क्या प्रगति हुई इसकी जानकारी मिलती है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश होने के अगले दिन आम बजट आएगा। ऐसे में आर्थिक सर्वेक्षण से बजट में मोदी सरकार की आर्थिक दिशा और दशा का अंदाजा लगाया जा सकेगा। सत्ताधारी बीजेपी ने अपने लोकसभा सांसदों को आज सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है और इसके लिए तीन लाइन का व्हिप भी जारी किया गया है।
के वी सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ‘अपना पहला और नई सरकार का भी पहला आर्थिक सर्वे संसद में गुरुवार को पेश करने को लेकर उत्साहित हूं।’ पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन के पद छोड़ने के करीब छह महीने बाद पिछले साल दिसंबर में के वी सुप्रमण्यन को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार 5 जुलाई को पेश करेंगी।
आर्थिक सर्वे में अर्थव्यवस्था, फिस्कल डेवलपमेंट, मॉनेटरी मैनेजमेंट, कृषि, निर्यात, उद्योग, इंफ्रास्टक्चर, सेवा क्षेत्र, सोशल इंफ्रास्ट्राक्चर, रोजगार आदि पर जोर रहता है। सुब्रमण्यन को मोदी सरकार ने पहले कार्यकाल के अंतिम दिनों में नियुक्त किया गया था। आर्थिक सर्वे के जरिए ही देश की अर्थव्यवस्था की तस्वीर साफ होती है। इससे पता चलता है कि अर्थव्यवस्था के मोर्चों पर कितना विकास हुआ है। सरकार आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए देश को बताती है कि उसने आम लोगों के हित में जो कार्यक्रम शुरू किए हैं, उसका प्रदर्शन कैसा है और अर्थव्यवस्था के लिए भविष्य में कितनी बेहतर संभावनाएं हैं। गौरतलब है कि के वी सुब्रमण्यन को पिछले साल दिसंबर में देश का मुख्य आर्थिक सलाहकार मोदी सरकार ने नियुक्त किया था। दरअसल अरविंद सुब्रमण्यन के इस्तीफा देने के छह महीने बाद सुब्रमण्यन को मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था।
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