देश के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल रहे रमेशचंद्र अग्रवाल में अहंकार का भाव कभी नहीं आया। वह अपनी सहृदयता से आलोचकों का दिल भी जीत लेते थे। उनसे मेरे रिश्ते मुख्यमंत्री बनने के बाद नहीं बने, मैं उन्हें तब से जानता हूं, जब यूनानी सफाखाना के पास भास्कर प्रेस था और वहां पर हाथ से अक्षरों की कंपोजिंग की जाती थी। तब से लेकर भास्कर 1996 तक चार संस्करण और फिर देशभर में भास्कर का छा जाना। यह विचार सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दैनिक भास्कर समूह के चेयरमैन के 73वें बर्थ डे में बोल रहे थे। इस मौके पर दैनिक भास्कर ने रमेश शारदा फाउंडेशन की स्थापना की घोषणा की गई। इसके तहत परमार्थ के कार्य किए जाएंगे। -सीएम शिवराज गुरुवार की शाम संस्कार वैली में हुए भव्य कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब पहली बार मुख्यमंत्री बना तो उनसे मुलाकात हुई। प्रदेश के विकास को लेकर उनका कहना था, सिंचाई पर ध्यान दो, क्योंकि प्रदेश में पैदावार बढ़ेगी तभी किसान की हालत में सुधार होगा। हमने वहीं किया प्रदेश में 7.30 लाख हेक्टेयर सिंचाई की जमीन को 140 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा दिया। उन्होंने हमेशा प्रेरित किया। इन्वेस्टर्स समिट की तो लोग हंस रहे थे, उन्होंने करिए इंडस्ट्रियलिस्ट आएंगे और प्रदेश में निवेश होगा। भास्कर परिवार ने उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए जो काम किया है, वह सराहनीय है।
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Thursday 30 November 2017
रमेशजी भास्कर ही नहीं, एमपी के ब्रांड एंबेसडर थे : शिवराज सिंह चौहान
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