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Wednesday 21 February 2018

कमल हासन ने अपनी राजनीतिक पारी शुरू की

चेन्नई। अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने बुधवार को औपचारिक रूप से अपनी राजनीतिक पारी शुरू कर दी। इसके तहत वह सबसे पहले रामेश्वरम स्थित पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के घर पहुंचे। कमल ने रामेश्वरम स्थित दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति के बड़े भाई और पविर के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। वह बाद में मदुरै में होने वाली रैली में अपनी पार्टी के नाम और झंडे का खुलासा करेंगे।


इस मौके पर अभिनेता ने ट्वीट किया, साधारण शुरुआत से महानता आ सकती है। वास्तव में यह केवल सरलता से आ सकती है। अपनी यात्रा की शुरुआत महान व्यक्ति के साधारण घर से कर के खुशी हो रही है। प्राप्त रपट के अनुसार, कमल यहां के बाद मंडपम में एक सरकारी स्कूल जाने वाले थे, जहां कलाम ने पढ़ाई की थी, लेकिन जिलाधिकारी ने इसकी अनुमति नहीं दी। एक हिंदू संगठन के नेता ने एक टीवी चैनल से कहा कि उनलोगों ने कमल के स्कूल आने का विरोध किया, क्योंकि वह राजनीतिक फायदा उठाना चाहते थे।

बाद में रामेश्वरम में मछुआरा समुदाय के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, यह तमिलनाडु का सबसे महत्वपूर्ण उद्योग है। मैं मछुआरों के विचार सुनने के लिए दोबारा आऊंगा। रामेश्वरम में कई ‘नालाई नामाधे(कल हमारा है)’ लिखे हुए कई झंडे सफेद रंग में दिखे, जिस पर काले रंग में तमिलनाडु का नक्शा बना हुआ था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई की नेता तमिलसाई सुंदरराजन ने पत्रकारों से कहा कि ‘ऐसा लगता है कि कमल ने किसी के साथ स्पर्धा करने के लिए अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है।

उन्होंने कहा, कोई भी अपनी पार्टी बना सकता है, तमिलनाडु उस स्थिति में नहीं है कि उसे केवल कमल ही बचा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, दलित नेता थोल थिरुमावलन ने पत्रकारों से कहा कि कमल और रजनीकांत तमिलनाडु में डीएमके को नुकसान पहुंचाने के लिए भाजपा के एजेंट है। इससे पहले मंगलवार शाम यहां पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(द्रमुक) ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि कागज के वे फूल, जिनमें खुशबू नहीं होती, वे केवल एक मौसम में खिलते हैं, लेकिन जल्द ही मुरझा जाते हैं।

मदुरै पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, मदुरै में पार्टी का झंडा शाम को फहराएगा, और उस समय झंडे के पीछे के विचार के बारे में बताया जाएगा। इससे पहले दिन में, अभिनेता सीमान ने चेन्नई में कमल के घर पर उनसे मुलाकात की थी। सीमान ने रजनीकांत के तमिल मूल का नहीं होने पर उनका जोरदार विरोध किया था।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, कमल ने उनसे मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्होंने महसूस किया कि उन्हें उनके(कमल) घर जाना चाहिए, क्योंकि वह उनसे बड़े हैं। कमल ने द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि से आशीवार्द लेने के लिए गोपालपुरम स्थित उनके आवास पर उनसे मुलाकात की थी। स्टालिन भी उस वक्त वहां उपस्थित थे।

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