गंदगी के आगोश में जीने को मजबूर करीब 5 हजार की आबादी
8 साल में कैसे जर्जर हो गई कॉलोनी की इमारत- आशीष सिंह
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जाना लोगों का हाल तो छलक पड़ा लोगों का दर्द
नगरपालिका वसूली में आगे लेकिन सुविधाएं देने में पीछे
हरदोई 30 मार्च- सरकार साफ सफाई को लेकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे है लेकिन उनके इस रंगीन सपने पर उनके ही सरकारी अधिकारी किस प्रकार स्याहा काला रंग फेंककर बेरंग कर रहे है इसकी बानगी अगर किसी को देखनी ही हो, वह एक बार शहर से करीब दो किलोमीटर बाहर बसी कांशीराम कालोनी में जाकर देख सकता है ।जहां पर रहने वाले नागरिकों को जिला प्रशासन या सरकार शायद दोयम दर्जे का नागरिक समझती है। इसी के चलते कालोनी के वाशिंदों को उनके साफ पीने के पानी, साफ सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नही प्रदान की आज रही है। ऐसा भी नही कि यह कालोनी हमेशा से इसी प्रकार नारकीय जीवन जीने के लिए विवश रही बल्कि नीले झंडे वाली सरकार की मुखिया मायावती के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार रही काशीराम कालोनी में कभी सरकारी अधिकारियों का रेला नही टूटता था और कालोनी से प्राप्त एक शिकायत पर अधिकारियों की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाया करती थी लेकिन सत्ता के निजाम के बदलने के बाद से लगातार कालोनी के वाशिंदों को वोटबैंक की तरह देखकर उनसे दोयम दर्जे के नागरिकों वाला व्यवहार ,पहले सपा सरकार के दौरान व अब भाजपा की सरकार में भी हो रहा है। कालोनी में गंदगी का आलम यह है कि चारो ओर आपको कूड़े के ढेर, बजबजाती नालियां दिखाई देंगी और बुनियादी सुविधाओं से तो शायद इस कालोनी का दूर दूर तक कोई रिश्ता नही है। कांशीराम कालोनी के नागरिकों की पीड़ा को जानने के लिए कार्यवाहक कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह सोमवंशी कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के साथ कालोनी पंहुचे और कालोनी का निरीक्षण कर नागरिकों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली।
काशीराम कालोनी का निरीक्षण करने के उपरांत कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष सिंह सोमवंशी ने बताया कि नगर पालिका परिषद द्वारा कालोनी के नागरिकों से हर महीने 100रु/-प्रति घर वसूली की जा रही है लेकिन इसके बाद भी नगरपालिका की ओर से कालोनी के नागरिकों को कोई भी सुविधा प्रदान नही की जा रही है और नगरपालिका अपनी जिम्मेदारी से भागकर कालोनी के लोगों को गंदगी में जीने के लिए विवश कर रही है। उन्होंने बताया कि कालोनी में स्थापित किया गया स्वास्थ्य केंद्र कहाँ गायब हो गया है किसी को पता नही है जिसके चलते गन्दगी की वजह से अब तक 7 लोगों की मौतें हो चुकी है और 12 साल का एक बच्चा अपने दोनों पैरों से हाँथ धो चुका है। कालोनी में दर्जनों लोग चर्म रोग से संक्रमित है। श्री सिंह ने बताया कि कालोनी में चलने वाला आंगनवाड़ी केंद्र बन्द रहता है, पार्क गायब हो चुका है, इंडिया मार्का हैंडपंप वर्षों से बन्द पड़े हैं, कमरे जर्जर सीलन भरे है और 8 सालों में कालोनी की बिल्डिंग जर्जर हो गयी है, सारे सीवेज टैंक चोक हो चुके है जिसके चलते लोग खुले में शौच जाने को मजबूर है। कालोनी के वाशिंदों को मताधिकार के मूल अधिकार से भी वंचित रखा गया है, क्योकि इस कालोनी में रहने वाले लोगों का नाम न ग्राम पंचायत और न नगरपालिका की मतदाता सूची में दर्ज है जिसके चलते यह चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने से भी वंचित रहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि इन कालोनीवासियों को संसदीय एवं विधान सभा चुनाव में वोट लेने के बाद वीवीआईपी सिक्योरिटी प्राप्त जनप्रतिनिधियों ने उपेक्षित कर दिया, जिसके चलते अब यहां के नागरिक दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में अपना जीवनयापन करने के लिए मजबूर हो चुके है।
प्रतिनिधण्डल में जिला उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद, जिला महासचिव- भुट्टो मियाँ, साधू सिंह सोमवंशी, सत्यबोध प्रकाश, डॉ श्याम प्रकाश शुक्ला,सरोज सिंह चन्देल, हरदोई न पा प पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी जमील अहमद अंसारी, हरियावां ब्लॉक अध्यक्ष रूप लाल, युवा कांग्रेस लोक सभा सचिव दीपेंद्र सिंह, कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी निर्भान सिंह यादव, जुबेर, सोनपाल वर्मा मौजूद रहे।
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