5 हजार टीसीडी होगी चीनी मिल की पेराई क्षमता
27 मेगावाट विद्युत का भी होगा उत्पादन
महिला पॉलीटेक्निक सहित 24 परियोजनाओं का भी किया शिलान्यास
बस्ती। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अवधारणा को साकार करने के लिए काम कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान एवं महिलाओं सहित सभी वर्गों के विकास के लिए कृतसंकल्प है। एक साल के दौरान पूर्वान्चल में पिपराइच चीनी मिल तथा आज मुण्डेरवा चीनी मिल का शिलान्यास किया गया है। ये चीनी मिलें एक साल के अन्दर बनकर तैयार हो जायेंगी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा चीनी मिल बेचने का कार्य किया गया, जबकि वर्तमान सरकार द्वारा बन्द चीनी मिल चलाने तथा नई मिलों की स्थापना का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार गुरूवार को मुण्डेरवा में नई चीनी मिल के शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों की स्थापना तथा बन्द चीनी मिलों को फिर से चलाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। मुण्डेरवा चीनी मिल की पेराई क्षमता 5 हजार टीसीडी होगी तथा इसमें स्थापित किये जा रहे को-जनरेशन प्लाण्ट से 27 मेगावाट विद्युत का उत्पादन भी होगा। उन्होंने कहा कि यह चीनी मिल 12 माह में बनकर तैयार हो जाएगी। इसके चालू होने से इस क्षेत्र के लगभग 700 लोगों को रोजगार मिलेगा और 35,000 गन्ना किसान लाभान्वित होंगे। इस चीनी मिल द्वारा 27 मेगावाट विद्युत का उत्पादन किया जाएगा, जिसमें से 07 मेगावाट बिजली का उपयोग स्थानीय मुण्डेरवा बाजार के लिए किया जाएगा तथा 20 मेगावाट बिजली विक्रय की जायेगी, जिससे इस मिल को लाभ होगा।
इस अवसर पर उन्होंने लगभग साढ़े 6 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय पॉलीटेक्निक बस्ती के परिसर में महिला पॉलीटेक्निक सहित 41 करोड़ रुपये से अधिक की कुल 24 परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।
योगी ने कहा कि पिछले एक साल के अन्दर प्रदेश में 8.85 लाख प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास निर्मित कर लोगों को सौंपे गये हैं। लगभग 56 हजार मजरों का विद्युतीकरण किया जा चुका है और 32 लाख लोगों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिये गये हैं। राज्य सरकार द्वारा विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाया जा रहा है। वर्तमान में जनपद स्तर पर 24 घण्टे, तहसील स्तर पर 20 घण्टे और ग्राम स्तर पर 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। किसानों को लाभान्वित करने के दृष्टिगत फसलों के समर्थन मूल्य में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी की गयी है।
उन्होंने कहा कि 01 अप्रैल, 2018 से प्रदेश में शुरू हो रहे गेहूं क्रय केन्द्रों के लिए रुपये 1,735 प्रति कुन्तल की खरीद दर निर्धारित की गयी है। इसके अलावा, किसान को 10 रु0 अतिरिक्त भुगतान भी किया जायेगा। किसानों से गेहूं खरीद के लिए पूरे प्रदेश में 5500 केन्द्र स्थापित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान किसानों का लगभग 24 हजार करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य बकाया था, जिसका भुगतान वर्तमान सरकार द्वारा सुनिश्चित किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा पिछले एक साल में किसानों को 17 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के गन्ना भुगतान के लिए एक कार्य योजना बनाएगी, ताकि किसानों के गन्ना भुगतान अवशेष न रहें।
योगी ने कहा कि केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाना है। इसके लिए राज्य सरकार दृढ़संकल्पित है। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, दिव्यांग सहायता योजना के तहत लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये। किसानों को कृषि सहायता योजना के तहत टै्रक्टर की चाभी भी उपलब्ध करायी गयी। उन्होंने वर्ष 2002 में मुण्डेरवा में शहीद हुए तीन किसान तिलक राज चौधरी, बद्री प्रसाद चौधरी एवं धर्मराज के चित्रों पर माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि इस मिल के चालू होने के उपरान्त इन शहीदों के एक-एक परिजन को नौकरी दी जायेगी।
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