नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान सौदे के मामले में पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे के बाद मोदी सरकार पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा। जिसके बाद केंद्र सरकार के तमाम मंत्री अपनी सरकार के बचाव में उतर आए हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है। जेटली ने साफ कहा कि किसी के कुछ भी कहने से और आरोप लगाने से राफेल डील कैंसिल नहीं होगी।
राफेल डील पर मचे बवाल के बाद अरुण जेटली ने राहुल गांधी के लोकसभा में पीएम मोदी से गले लगने और बाद में आंख मारने वाली घटना का जिक्र करते हुए तंज भी कसा। उन्होंने कहा, ‘पब्लिक डिस्कोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं है। आप किसी को गले लगा लो, आंख मार लो और फिर गलत बयान देते रहो। लोकतंत्र में प्रहार होते हैं, लेकिन शब्दावली ऐसी हो जिसमें बुद्धि दिखाई दे।’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘मुझे बिल्कुल हैरानी नहीं होगी, अगर यह सब पहले से ही सुनियोजित निकलेगा। क्योंकि, 30 अगस्त को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘पेरिस में कुछ धमाके होने वाले हैं’ और उसके बाद वही हुआ जैसा कि उन्होंने कहा था।’ जेटली ने कहा, ‘ राहुल गांधी को कैसे मालूम कि फ्रांस से ऐसा बयान ऐसा बयान आने वाला है। ये जो जुगलबंदी है, इसपर मेरे पास सबूत नहीं हैं लेकिन मन में सवाल खड़े हो रहे हैं।’
जेटली ने कहा, ‘अगर दर्जनों भारतीय कंपनियां यह कहती हैं कि 56 हजार करोड़ रुपये के एक कॉन्ट्रैक्ट में से 28 हजार करोड़ ऑफसेट के लिए जाने हैं और हम उन 20 कंपनियों में शामिल होना चाहते हैं जो ऑफसेट की आपूर्ति करने जा रहे हैं। यानी हर एक को 2 से 4 हजार करोड़ रुपये मिलेगा। तो फिर यह घोटाला और अप्रासंगिक कैसे हुआ?’
राहुल गांधी के ‘राफेल डील सेना पर सर्जिकल स्ट्राइक है’ वाले बयान को जेटली ने आपत्तिजनक करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी चीज है जिस पर भारत को गर्व है। अगर आप इसे आपत्तिजनक तरह से देखते हैं तो आपकी देशभक्ति पर सवाल उठना लाज़मी है।’
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘कांग्रेस किसी भी चीज में विश्वास कर सकती है, लेकिन आपको मूलभूत तौर तरीके याद रहने चाहिए। जो हजारों सालों से चले आ रहे हैं, जो ‘लोग गलत तथ्य दे सकते हैं, लेकिन परिस्थितियां झूठ नहीं बोलती’ के तर्ज पर आज भी कायम है।’
राहुल के बयान पर पीएम मोदी ने अभी तक क्यों नहीं कुछ बोला? इस सवाल पर अरुण जेटली ने कहा, ‘मैं आपको बता दूं कि जिन्हें बोलना था वो बोल चुके। सिर्फ इसलिए कि कोई झूठ और असभ्य भाषा का सहारा ले रहा है तो जरूरी नहीं कि पीएम मोदी भी इसमें डिबेट में भाग लें।’
बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान के बाद से राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया। राहुल ने शनिवार को कहा कि पीएम मोदी का सच उजागर हो चुका है। ओलांद के बयान पर अब वो क्या कहेंगे। राहुल गांधी ने राफेल डील को सेना पर मोदी सरकार का सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया और कहा कि मोदी ने शहीदों के खून का अपमान किया है।
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